Foreign Exchange Reserves
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में एक बार फिर से गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक इस सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 2.6 अरब डॉलर घटकर 619.6 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह इसमें 10 अरब डॉलर से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई थी।
दरअसल, रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण करेंसी मार्केट में उतार चढ़ाव काफी ज्यादा है। ऐसे में आरबीआई ने गिरते रुपए को संभालने के लिए डॉलर रिजर्व को बेचा है। वहीं पिछले सप्ताह भी इसमें 10 बिलियन डॉलर से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई थी।
गोल्ड रिजर्व में 1.7 अरब डॉलर की कमी (Foreign Exchange Reserves)
आरबीआई के मुताबिक गोल्ड के दामों में आई गिरावट के कारण भारत के स्वर्ण भंडार में भी कमी देखने को मिली है और गोल्ड रिजर्व 1.7 अरब डॉलर कम होकर 42 अरब डॉलर पर पहुंच गया। फॉरन करेंसी असेट यानी एफसीए में 703 मिलियन डॉलर की गिरावट दर्ज की गई और यह घटकर 553 मिलियन डॉलर पर पहुंच गया।
पिछले हफ्ते आई थी 9.6 अरब डालर की गिरावट
बता दें कि 11 मार्च को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9.6 अरब डॉलर गिरकर 622.3 अरब डॉलर पर आ गया था। यह बीते 2 वर्षों में सबसे तेज साप्ताहिक गिरावट रही। बीते दो सालों की बात करें तो इससे पहले 20 मार्च 2020 को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में 11.9 अरब डॉलर की गिरावट दर्ज की गई थी।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बढ़ा दबाव
जानना जरूरी है कि रिजर्व बैंक समय-समय पर डॉलर रिजर्व को बेचकर करेंसी की वैल्यू को बरकरार रखता है। भारतीय शेयर बाजार से फॉरन इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स लगातार बिकवाली कर रहे हैं। इस कारण डॉलर आउटफ्लो था। यही वजह है कि रिजर्व बैंक को डॉलर रिजर्व बेचना पड़ा।
हालांकि, पिछले कुछ कारोबारी सत्रों से विदेशी निवेशक खरीदारी भी कर रहे हैं। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा है कि विदेशी निवेशक जैसे-जैसे खरीदारी करेंगे, वैसे-वैसे रुपए में मजबूती आएगी। रिलायंस सिक्यॉरिटीज के सीनियर रिसर्च ऐनालिस्ट श्रीराम अय्यर ने कहा कि अगले कुछ सप्ताह में रुपया 76 के स्तर तक पहुंच सकता है।
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