FPI Selling
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
भारतीय शेयर बाजार पिछले कई दिनों से लगातार गिर रहा है। हालांकि इसका मुख्य कारण रूस और यूक्रेन के बीच चल रही तनातनी हो लेकिन भारतीय बाजार में निवेशक खासतौर पर विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) ने फरवरी माह में अब तक 18,856 करोड़ रुपये निकाले है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने की संभावना और भूराजनीतिक तनाव की वजह से FPI ने भारतीय शेयर बाजारों से निकासी बढ़ाई है।
कहां से कितनी निकासी
यदि आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो आपको इन आंकड़ों के ऊपर एक बार नजर जरूर डालनी चाहिए। दरअसल, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के ताजा आंकड़े भारतीय बाजारों के लिए नकारात्मक रूख का संकेत दे रहे हैं। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, 1 से 18 फरवरी के दौरान एफपीआई ने शेयरों से 15,342 करोड़ रुपये निकाले है।
इसके अलावा ऋण या बांड बाजार से 3,629 करोड़ रुपये की निकासी की ссылка omg है। वहीं उन्होंने हाइब्रिड माध्यमों में 115 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस तरह उनकी शुद्ध निकासी 18,856 करोड़ रुपये रही है। यह लगातार पांचवां महीना है जबकि विदेशी कोषों ने भारतीय बाजारों से निकासी की है।
Also Read : Share Market Update : सेंसेक्स 1000 अंक टूटा, 1 मिनट में 5 लाख करोड़ का नुक्सान
Also Read : Gold Price : सोने की कीमतों में तेजी, 52000 तक जाने की संभावना