G20 Sherpa
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने जी-20 का शेरपा पद छोड़ने का फैसला किया है। उनके साथ पर नीति आयोग के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (COE) अमिताभ कांत को नया शेरपा बनाया गया है। आपको बता दें कि 30 जून को अमिताभ कांत सेवानिवृत्त हुए हैं। नीति आयोग से सेवानिवृत्त होने के बाद केंद्र सरकार ने अब उन्हें जी-20 शेपरा पद की जिम्मेदारी सौंपी है।
यह काम करता है शेरपा
दरअसल, दुनिया की 20 बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के संगठन जी-20 का 2023 का शिखर सम्मेलन जम्मू और कश्मीर में करने की तैयारी है और इसकी अध्यक्षता भारत कर रहा है। ऐसे में जी-20 की अध्यक्षता के भारत दौरे के दौरान एक पूर्णकालिक शेरपा की आवश्यकता है, जो देश के विभिन्न हिस्सों में होने वाली बैठकों के लिए अपना ज्यादातर समय समर्पित कर सकें।
विशेष दर्जा हटने का हो रहा कोई बड़ा अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
केंद्र सरकार ने पिछले साल सितंबर में केंद्रीय मंत्री गोयल को जी-20 के लिए भारत की ओर से शेरपा या प्रतिनिधि घोषित किया था। जम्मू-कश्मीर में होने वाले जी-20 सम्मेलन के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार ने 23 जून, 2022 को एक पाँच सदस्यीय समिति का गठन किया है। राज्य से विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद यह वहां होने वाला सबसे बड़ पहला कोई अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन। केंद्र सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म कर उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बाँट दिया था। भाजपा सरकार ने राज्य से विशेष दर्जा या कहें कि अनुच्छेद 370 को तब वापस लिया था, जब वह केंद्र सरकार में दोबारा आई।
जी-20 क्या है?
जी-20 में दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था वाले 20 देशों का एक समूह है। इसके पास वैश्विक जीडीपी की 80 फ़ीसदी हिस्सेदारी है. 75 फ़ीसदी वैश्विक कारोबार पर नियंत्रण है और 60 फीसदी वैश्विक आबादी है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, जर्मनी, फ़्रांस, इंडिया, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ़्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। भारत वर्ष 1999 में जी-20 देश का सदस्य बना था।
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