GDP growth forecast
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में रीयल जीडीपी ग्रोथ का अनुमान (GDP growth forecast) 7.8 फीसदी पर रखा है। यह 2021-22 में 9.2 प्रतिशत के पूवार्नुमान से कम है। वहीं वित्त मंत्रालय ने हाल ही में संसद में पेश किए गए आर्थिक समीक्षा में 2022-23 में 8-8.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताया है।
वीरवार को मौद्रिक नीति की द्विमासिक समीक्षा जारी करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर बाजार में अभी अनिश्चितता बनी हुई है। घरेलू आर्थिक गतिविधियों में सुधार का आधार अभी व्यापक होना बाकी है, क्योंकि निजी खपत और संपर्क आधारित सेवाएं (होटल, पर्यटन आदि) महामारी के पहले के स्तर से नीचे हैं।
आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने कहा कि आम बजट 2022-23 में पूंजीगत व्यय बढ़ने से निजी निवेश में भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। वैश्विक वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव, कच्चे तेल सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिंसों की कीमतों में बढ़ोतरी और वैश्विक आपूर्ति-पक्ष की बाधाओं के कारण जोखिम बना हुआ है।
शक्तिदास ने कहा कि कुल मिलाकर वैश्विक कारकों के प्रतिकूल होने से अल्पावधि में वृद्धि की गति कुछ कम हुई है। उनके मुताबिक FY23 की दूसरी तिमाही में GDP ग्रोथ अनुमान 7.8 फीसदी से घटकर 7 फीसदी कर दिया है। वहीं, वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में GDP ग्रोथ 4.3 फीसदी और FY23 की चौथी तिमाही में GDP ग्रोथ 4.5 फीसदी रह सकती है
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