GDP Growth Rate
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
कोरोना काल के बाद जैसे ही भारतीय अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटने लगी तो रूस और यूक्रेन का युद्ध छिड़ गया, जिसका असर न केवल भारत बल्कि एशिया से लेकर पूरे यूरोप पर पड़ना तय है। भारतीय जीडीपी की बात करें तो संयुक्त राष्ट्र (UN) ने साल 2022 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate) के अनुमान को 6.7 फीसदी से घटाकर 4.6 फीसदी कर दिया है।
संयुक्त राष्ट्र ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि यूक्रेन संकट के कारण भारत को ईंधन की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है जिससे इसकी कीमतों में उछाल आ सकता है। इसके अलावा व्यापार प्रतिबंधों, खाद्य मुद्रास्फीति, सख्त नीतियों और वित्तीय मोर्चे पर स्थिरता की चिंता जैसे कारक भी भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं।
दुनियाभर की आर्थिक नीतियों में आए बदलाव
यूनाइटेड नेशन कॉनफ्रेंस आन ट्रेड एंड डिवलपमेंट (UNCTAD) ने रिपोर्ट में कहा कि यूक्रेन संकट के चलते दुनियाभर में आर्थिक नीतियों में बड़े बदलाव आए हैं और इन बदलावों को देखते हुए उसने ग्लोबल इकॉनमी की ग्रोथ रेट के अपने अनुमान को 3.6 फीसदी से घटाकर 2.6 फीसदी कर दिया है।
बताया गया है कि रूस इस साल गहरी मंदी का सामना कर सकता है जबकि पश्चिमी यूरोप और मध्य, दक्षिण, दक्षिण-पूर्व एशिया के कुछ देशों की ग्रोथ रेट भी सुस्त पड़ सकती है। रूस की अर्थव्यवस्था में 7.3 फीसदी की गिरावट आ सकती है जबकि पहले इसके 2.3 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया गया था।
अमेरिका और चीन की ग्रोथ रेट भी घटी
रिपोर्ट में सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि प्रगतिशाली अमेरिका की वृद्धि दर के अनुमान को भी तीन फीसदी से घटाते हुए 2.4 फीसदी कर दिया गया है। वहीं चीन की GDP ग्रोथ के भी 5.7 फीसदी से घटकर 4.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है।
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