विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा है कि मैं निश्चित रूप से भारत-UAE संबंधों को इसमें ऊंचे स्थान पर रखता हूं, यह बहुत ही खास है। भारत-यूएई संबंधों पर ग्लोबल फोरम पैनल चर्चा में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि तथ्य यह है कि हम व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते को जल्दी समाप्त करने में सक्षम थे और उसके बाद प्रभावी परिणाम सामने आए, यह दोनों देशों के रिश्तों के बारे में बहुत कुछ बताता है।
पारंपरिक ऊर्जा व्यापार निवेश जारी है, लेकिन एक नया एजेंडा भी अस्तित्व में आ रहा है-जयशंकर
विदेश मंत्री ने कहा कि आज हमारी चर्चा अंतरिक्ष, शिक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्वास्थ्य और स्टार्टअप के बारे में है। पुराना, पारंपरिक ऊर्जा व्यापार निवेश जारी है, लेकिन एक नया एजेंडा भी अस्तित्व में आ रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत और यूएई दो ऐसे देश हैं जो बहुत सहज हैं, जो एक-दूसरे को लंबे समय से जानते हैं और जो आज इस रिश्ते का उपयोग बदलती दुनिया में करना चाहते हैं, इन संबंधों का उपयोग न केवल बदलती दुनिया में जीवित रहने के लिए, बल्कि बदलती दुनिया को आकार देने के लिए भी किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही महत्वाकांक्षी रिश्ता है और वास्तव में यह अपनी द्विपक्षीय संभावनाओं तक ही सीमित नहीं है। मुझे पूरा विश्वास है कि जैसे-जैसे हम रिश्ते में गहरे होते जाएंगे, यह खुद को वैश्विक स्तर पर भी महसूस कराएगा।