Wednesday, November 20, 2024
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Google Play Store Antivirus Apps : इन एंटीवायरस एप्प्स ने चुराया लगभग 15,000 यूजर्स का डाटा, जानिए कोनसे है वह एप्प्स

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HIGHLIGHTS 

  • Google Play Store पर 6 एंटी-वायरस ऐप्स ने 15,000 यूजर्स का डेटा चुराया।
  • पीड़ितों में इटली और ब्रिटेन के लोगो की संख्या ज़्यादा ।
  • Google ने Play Store से ऐप्स को स्थायी रूप से हटा दिया है।

Google Play Store Antivirus Apps 

इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली:

एक असामान्य घटना सामने आयी है, Google Play Store पर एंटी-मैलवेयर सॉफ़्टवेयर के रूप में लगभग छह ऐप्स ऐसे प्राप्त हुए है जिन्होंने 15,000 Android यूज़र्स के संवेदनशील डेटा को चुरा लिया है। Google द्वारा इस उल्लंघन को पहचानने के बाद, उसने Play Store से ऐप्स को स्थायी रूप से हटा दिया।

खबर चेक प्वाइंट रिसर्च की एक रिपोर्ट से आई है, जिसमें तीन शोधकर्ताओं ने पाया कि हैकर्स ने एंटीवायरस एप्लिकेशन की आड़ में शार्कबॉट एंड्रॉइड स्टीलर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया, जो यूज़र्स के पासवर्ड, बैंक विवरण और अन्य व्यक्तिगत जानकारी चुरा रहे थे। प्ले स्टोर पर सभी ऐप्स को 15,000 से अधिक बार डाउनलोड किया गया।

रिपोर्ट के अनुसार

चेक प्वाइंट रिपोर्ट के अनुसार, ‘यह मैलवेयर एक जियोफेंसिंग फीचर और चोरी की तकनीक को लागू करता है, जो इसे बाकी मालवेयर से अलग बनाता है। यह Domain Generation Algorithm (DGA) नामक किसी चीज का भी उपयोग करता है, जो कि एंड्रॉइड मैलवेयर की दुनिया में शायद ही कभी इस्तेमाल किया गया हो।

इन एप्प्स ने चुराया डाटा

एंटीवायरस ऐप्स जैसे दिखने वाले यह छह मैलवेयर ऐप्स ने 15,000 से अधिक यूजर्स को शार्कबॉट एंड्रॉयड मैलवेयर से संक्रमित किया, जो क्रेडेंशियल और बैंकिंग जानकारी चुराता है। रिसर्च के दौरान, इसने डिवाइसेज के लगभग 1,000 आईपी पते खोजे। पीड़ित यूजर्स में से अधिकांश इटली और यूनाइटेड किंगडम से थे।

ये वो छह ऐप हैं जो Corrupted पाए गए और बाद में Google Play Store से हटा दिए गए। रिपोर्ट में कहा गया है कि शार्कबॉट हर संभावित शिकार को लक्षित नहीं करता है, लेकिन चीन, भारत, रोमानिया, रूस, यूक्रेन या बेलारूस के यूजर्स की पहचान करने और उन्हें अनदेखा करने के लिए जियो-फेंसिंग सुविधा का उपयोग करके केवल चुनिंदा लोगों को लक्षित करता है। जब यूजर इन विंडो में क्रेडेंशियल्स इनपुट करता है तो हैकर्स को ट्रान्सफर कर दिया जाता है।

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