Hindustan Syringe And Medical Devices Limited
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रान ने एक बार फिर से चिंता बढ़ा दी है और तीसरी लहर की संभावना को भी तेज कर दिया है। वहीं दूसरी ओर कोरोना से जंग में स्वास्थ्य सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है। इसका कारण है फरीदाबाद में स्थित सीरिंज और सुई की सबसे बड़ी कंपनी हिंदुस्तान सिरिंज एंड मेडिकल डिवाइसेस लिमिटेड के प्लांट पर ताला लग जाना।
दरअसल, दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है। ऐसे में एयर क्वालिटी मैनेजमेंट की ओर से राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण को कम करने के लिए कंपनी के 228 फैक्टरियों को अस्थायी रूप से बंद करने के लिए कहा गया है।
ऐसे में हो सकता है कि आने वाले दिनों में अस्पतालों में सीरिंज की कमी देखने को मिले। यदि ऐसा हुआ तो वैक्सीनेशन अभियान की रफ्तार पर भी असर हो सकता है।
1.2 करोड़ सीरिंज बनती है रोज
कंपनी के एमडी राजीव नाथ ने बताया कि कंपनी के पास सिर्फ दो दिनों का बफर स्टॉक है। ऐसे में हम सोमवार से दो दिनों के बफर स्टॉक से अधिक सिरिंज का उत्पादन नहीं कर सकते। कंपनी में सीरिंज का दैनिक उत्पादन 1.2 करोड़ होता है जोकि सोमवार से नहीं होगा। इस आंकड़े में एक अन्य संयंत्र में निर्मित 40 लाख सीरिंज शामिल हैं, जिसे एचएमडी ने सोमवार को बंद करने की योजना बनाई है।
प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
कंपनी के बंद होते ही एसोसिएशन आफ इंडियन मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री हरकत में आ गई है। एसोसिएशन ने पत्र लिख प्रधानमंत्री को हस्तक्षेप करने की मांग की है। एआईएमईडी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखते हुए कहा है कि स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए अस्पतालों को डीजल जनरेटर का उपयोग करने की छूट दी गई है। उसके बाद भी फरीदाबाद की कंपनी को बंद करने के आदेश दिए गए हैं। अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में सिरिंज की कमी हो जाएगी। जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो जाएंगी।
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