ICICI Bank
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
प्राइवेट सेक्टर के ICICI और पंजाब एंड सिंध बैंक ने नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (NARCL) में हिस्सेदारी लेने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। आईसीआईसीआई बैंक 137.5 करोड़ रुपये का निवेश करेगा, जिसके तहत वह 5% हिस्सेदारी खरीदेगा। जबकि पंजाब एंड सिंध बैंक 2% हिस्सेदारी लेगा और इसके लिए वह 55 करोड़ रुपए का निवेश करेगा।
आईसीआईसीआई बैंक ने 31 मार्च तक 70.45 करोड़ रुपये के इक्विटी निवेश की पहली किश्त को पूरा करने की योजना बनाई है। दूसरी ओर पंजाब एंड सिंध बैंक पहली किश्त में 28.18 करोड़ रुपये का निवेश करेगा, जिसे 31 मार्च तक पूरा करने की उम्मीद है। जानना जरूरी है कि 1 फरवरी 2021 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैड बैंक का ऐलान किया था। बैड बैंक को जनवरी 2022 में हरी झंडी मिली थी।
जानकारी के मुताबिक 7 जुलाई, 2021 को निगमित NARCL की कुल अधिकृत शेयर पूंजी 2,750 करोड़ रुपए है। जनवरी में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा था कि बैंकिंग क्षेत्र वित्त वर्ष 22 में NARCL को 50,000 करोड़ रुपये की 15 बड़ी संपत्ति हस्तांतरित करेगा।
इसलिए हुई थी NARCL की स्थापना
बताते चले कि NARCL की स्थापना बैंकों द्वारा समाधान के लिए 500 करोड़ रुपये से अधिक के जोखिम के साथ तनावग्रस्त संपत्तियों को समेकित और समेकित करने के लिए की गई है। यह 2 लाख करोड़ रुपए की दबाव वाली संपत्तियों को चरणबद्ध तरीके से हासिल करने का इरादा रखता है।
एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी है बैड बैंक (What is Bad Bank)
बैड बैंक एक एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी है। इसका काम बैंकों से उनके नॉन-परफॉर्मिंग एसेट या बैड लोन को लेना है। यह कंपनी बैड एसेट को गुड एसेट में कनवर्ट करती है। बैंक जब किसी व्यक्ति या संस्था को लोन देता है और वह व्यक्ति या संस्थान लोन चुकाने में असमर्थ हो जाते हैं या लंबे समय से किस्त देना बंद कर देते हैं तो उसे बैड लोन या एनपीए मान लिया जाता है।
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