Impact Of Covid Restrictions
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रान से देश में फिर से केस बढ़ते जा रहे हैं। इससे निपटने के लिए देश के कई राज्यों में एक बार फिर से प्रतिबंध लगने शुरू हो गए हैं। लेकिन इन प्रतिबंधों का सीधा असर देश में व्यापारिक एवं आर्थिक गतिविधियों पर पड़ रहा है। पिछले 10 दिनों में देशभर में विभिन्न सामानों का व्यापार औसतन 45 प्रतिशत कम हुआ है।
दरअसल, कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (Cait) ने केंद्र सरकार से कहा है कि कोरोना से बचाव के लिए हर संभव कदम उठाये जाएं लेकिन ये भी सुनिश्चित किया जाएं कि कोरोना से निपटने के लिए लगाए प्रतिबंधों के साथ व्यापारिक एवं आर्थिक गतिविधियां भी सुचारू रूप से चलती रहें।
बता दें कि देश में कुल रिटेल व्यापार लगभग 125 लाख करोड़ रुपए का होता है। इस बारे जानकारी देते हुए कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि कोरोना के विभिन्न प्रकार के प्रतिबंधों के चलते देशभर में पिछले 10 दिनों के व्यापार में लगभग 45 प्रतिशत की कमी आई है।
खंडेलवाल ने बताया कि शहर से बाहर का आने वाला खरीददार अपने शहर से बाहर नहीं निकल रहा है जबकि रिटेल की खरीददारी करने के लिए उपभोक्ता भी जरूरत पड़ने पर ही सामान खरीदने के लिए बाजार जा रहे हैं। इस कारण से देश में व्यापारिक गतिविधियां फिर से सुस्त होती जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि कैट के रिसर्च संगठन कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी ने 1 जनवरी से 6 जनवरी तक विभिन्न राज्यों के 36 शहर में सर्वे किया है कि इन जगह पर सरकार की ओर से लगाई गई पाबंदियों का व्यापार पर क्या असर पड़ा है। इसमें यह बात निकलकर सामने आई है कि इन दिनों सामान्य दिनों के मुकाबले देश के घरेलू व्यापार में लगभग 45 प्रतिशत की औसतन गिरावट आई है। यह भारत की इकोनॉमी के लिए खतरा है।
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जानिए किस सेक्टर में हुआ कितना नुकसान
एफएमसीजी में 35%, फुटवियर में 60 % ज्वेलरी में 30 %, खिलौनों में 65 %, गिफ्ट आइटम्स में 65 %, बिल्डर हार्डवेयर में 40 %, मोबाइल में 50 % , दैनिक उपभोग की वस्तुओं में 30 %, फर्नीचर में 40 %, सेनेटरीवेयर में 50 % परिधान में 30 %, कॉस्मेटिक्स में 25 %, इलेक्ट्रॉनिक्स में 45 %, फर्निशिंग फैब्रिक्स में 40 %, इलेक्ट्रिकल सामान में 35 %, सूटकेस एवं लगैज में 45 %, खाद्यान्न में 20 %, रसोई उपकरणों में 45 %, घड़ियों में 35 %, कंप्यूटर एवं कम्प्यूटर के सामान में 30 %, स्टेशनरी में 35 % के व्यापार की अनुमानित गिरावट है।
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