Electric Scooters
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
विश्वभर में बेकाबू हो चली महंगाई और कच्चे तेल के दाम के बाद अब इलेक्ट्रिक वाहनों के दाम भी बढ़ने लगे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक इलेक्ट्रिक स्कूटर की कीमतें अगले 3 साल में 45,000 रुपए तक बढ़ सकती हैं। इस बारे क्रिसिल ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें कहा है कि पर्यावरण को बचाने के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ने के कारण ई-वाहनों की मांग बढ़ रही है। सबसे ज्यादा तेजी ई-स्कूटरों की मांग में देखी जा रही है।
बताया गया है कि तेल की बढ़ती कीमतों से लोग परेशान हैं। ऐसे में अब ज्यादातर लोगों का रुझान ई-स्कूटरों की तरफ बढ़ रहा है। इसी कारण 2025 तक इनकी कीमतों में 45,000 रुपये तक का उछाल आ सकता है। इसकी भरपाई ई-वाहन के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना से की जा सकती है। किफायती होने, कई मॉडल की उपलब्धता और घर पर चार्जिंग के आसान विकल्पों के कारण ई-वाहन को बड़े स्तर पर अपनाने का क्रम जारी रहेगा।
फरवरी में इस कंपनी ने बेची 4,450 ई-बाइक
जॉय ई-बाइक नाम से ई-दोपहिया वाहन बनाने वाली वार्डविजार्ड फरवरी, 2022 में 4,450 ई-बाइक बेच चुकी है। यह फरवरी, 2021 की तुलना में 1,290 फीसदी ज्यादा है। चालू वित्त वर्ष (अप्रैल-फरवरी 2022) में कंपनी ने 25,000 यूनिट की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया।
हीरो इलेक्ट्रिक (Hero Electric) ने भारत में पहला लिथियम आयन आधारित ई-स्कूटर विकसित किया है। कंपनी अब तक 4.5 लाख इलेक्ट्रिक दोपिहया वाहन बेच चुकी है। 2020 की तुलना में 2021 में हाई स्पीड और लो स्पीड सहित इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री 132 फीसदी से ज्यादा बढ़ी है।
इसलिए बढ़ी इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री (sales of electric vehicles)
क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी मुख्य रूप से नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन प्लान के तहत फेम योजना और विभिन्न राज्यों की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी से संभव हुई है। फेम के पहले चरण के तहत कुल 60-65 फीसदी की तुलना में यह सब्सिडी फेम के दूसरे चरण के तहत 85 फीसदी हो गई है। ये सब्सिडी एक पारंपरिक इंटरनल कंबस्टन इंजन (आईसीई) वाहन और एक ईवी की खरीद लागत के बीच के अंतर की भरपाई करते हैं।
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