(नई दिल्ली): हाल ही में संसद में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत में सबसे सस्ता पेट्रोल बिक रहा है। उन्होंने कहा कि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के बावजूद अन्य देशों की तुलना में भारत में पेट्रोल की कीमतें सबसे कम है। उन्होंने कहा कि साल 2021-2022 के बीच भारत में पेट्रोल की कीमतों में मात्र 2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
भारत को रूस से सस्ते दरों पर कच्चा तेल उपलब्ध
हम आपको बात दें कि भारत को रूस से सस्ते दरों पर कच्चा तेल उपलब्ध होता है। वहीं अब ये भी जानिए कि भारत किस देश को कितना तेल एक्सपोर्ट करता है। कॉमर्स डिपार्टेमेंट द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक नीदरलैंड भारत का तीसरा सबसे बड़ा पेट्रोलियम प्रोडक्ट आयातक देश है। पिछले साल के मुकाबले भारत और नीदरलैंड के बीच पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट्स बढ़ा है।
नीदरलैंड ने भारत से सबसे अधिक पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स खरीदा
साल 2021 के मुकाबले इस साल भारत ने नीदरलैंड को 10.4 बिलियन डॉलर का पेट्रोलियम प्रोडक्ट एक्सपोर्ट किया है। वहीं साल 2021 में ये आंकड़ा 5.7 बिलियन डॉलर का था। अप्रैल से अक्टूबर के दौरान अमेरिका और यूएई के बाद नीदरलैंड ने भारत से सबसे अधिक पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स खरीदा।
जबकि ब्राजील जो पिछले साल 20वें नंबर पर था, वो इस साल आठवें स्थान पर पहुंच गया है। कॉमर्स डिपार्टेमेंट द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल भारत का एक्सपोर्ट दर्शाता है कि भारत रूस से सस्ता तेल खरीदकर लगातार निर्यात बढ़ा रहा है।
रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच भारत का पेट्रोल एक्सपोर्ट बढ़ा
अप्रैल से अक्टूबर के बीच भारत के एक्सपोर्ट मैप को देखें तो नीदरलैंड को 10.4 बिलियन डॉलर का एक्पोर्ट किया। वहीं ब्राजील को 6.3 बिलियन ड़लर का, इंडोनेशिया को 6 बिलियन डॉलर, साउथ अफ्रीका को 5.5 बिलियन डॉलर, फ्रांस को 4.4 बिलियन डॉलर, इजराइल को 4 बिलियन डॉलर, नाइजीरिया को 3.4 बिलियन डॉलर, तंजानिया को 2.4 बिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट किया है। रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच भारत का पेट्रोल एक्सपोर्ट बढ़ा है।
अप्रैल से अक्टूबर के बीच भारत का कुल एक्सपोर्ट 12.5 फीसदी बढ़कर 263 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। जबकि तेल का एक्सपोर्ट 70 फीसदी तक बढ़ा है। सबसे ज्यादा ऑयल एक्सपोर्ट नीदरलैंड, ब्राजील, तंजानिया, टोगो, इजराइल और ओमान के साथ बढ़ा है। जब कई देश रूस पर अपनी निर्भरता को कम कर रहे हैं
भारत रूस से जमकर तेल की खरीदारी कर रहा
भारत और रूस के बीच कच्चे तेलों का कारोबार बढ़ा है। भारत अपनी जरूरत को 80 फीसदी तेल आयात करता है, जिसमें रूस की हिस्सेदारी अहम है। यूरोपीय संघ द्वारा रूस पर 60 डॉलर प्रति बैरक का प्राइस कैप लगाए जाने के बाद से भारत रूस से जमकर तेल की खरीदारी कर रहा है। भारत रूस से बड़ी मात्रा में कच्चे तेल को आयात कर रहा है।
रूस से आयाजित तेलों की आंकड़ा 20 फीसदी तक पहुंच गया है। नीदरलैंड भारत का सबसे बड़ा गंतव्य बनता जा रहा है तेल उत्पादों जैसे पेट्रोल-डीजल का। इस वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में भी ये पहले नंबर पर रहा था। नीदरलैंड भारत के ओवरऑल एक्सपोर्ट के लिए तीसरा सबसे बड़ा बाजार बनता जा रहा है।