सर्दी के मौसम में अकसर कोहरे के कारण ट्रेन लेट हो जाती है और यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।यात्रियों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने खास तैयारी की है। रेलवे ने यह निर्णय लिया है कि रेल इंजन में कोहरे से बचने के उपकरणों का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा रेलगाड़ियों के संचालन के लिए सुरक्षा का स्तर बढ़ाने और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
प्रत्येक दिन लगभग 200 ट्रेनों का आवागमन हो रहा है प्रभावित
बीते 15 दिन से प्रत्येक दिन लगभग 200 ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। 7 दिसंबर को 325 ट्रेनों का आवागमन बाधित हुआ है और 251 ट्रेनों को रद्द किया गया है। जबकि, बड़ी संख्या में ट्रेनों को रीशिड्यूल और डायवर्ट किया गया है. अब सर्दियों में विपरीत मौसम के चलते परिचालन में होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए रेलवे कई बदलाव करने जा रहा है।
रेल इंजन में कोहरे से बचने के किया जाएगा खास उपकरणों का इस्तेमाल
भारतीय रेलवे ने सर्दी के मौसम में कोहरे के कारण रेलगाड़ियों के संचालन में आने वाली दिक्कतों से बचने के लिए खास तैयारियां कर ली हैं। देश के उत्तरी भाग में कोहरे के दौरान रेलगाड़ियों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए रेल इंजन में कोहरे से बचने के उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे खराब मौसम के दौरान अधिकतम गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 75 किलोमीटर प्रति घंटा की जा सकेगी।
सुरक्षा के विश्वसनीय उपकरण उपलब्ध कराने पर रेलवे कर रहा है काम
कोहरे से प्रभावित क्षेत्रों में चलने वाले सभी रेल इंजन में लोको पायलट को सुरक्षा के विश्वसनीय उपकरण उपलब्ध कराने पर रेलवे काम कर रहा है। सभी सिगनल साइटिंग बोर्ड, सीटी बोर्ड, फॉग सिगनल पोस्ट और व्यस्त संवेदनशील समपार फाटक जो दुर्घटना संभावित हैं या तो पेंट किए जाएंगे या फिर वहां उन्हें पीले/काले रंग की चमकदार पट्टियां चिपकाई जाएंगी। कोहरे के मौसम की शुरुआत से पहले पुरानी पट्टियों की उचित दृश्यता के लिए फिर से रंगाई का काम पूरा किया जा रहा है।