India’s GDP
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही यानि अक्टूबर-दिसंबर के बीच देश की जीडीपी 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह जानकारी रइक की इकोरैप रिपोर्ट में दी गई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि प्री पेनडेमिक लेवल को क्रॉस करने के लिए, देश के इकोनॉमी वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में 8.4 फीसदी की दर से बढ़ी। 28 फरवरी 2022 को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय वित्त वर्ष 21-22 के लिए जीडीपी अनुमान की घोषणा करेंगे। बता दें कि जीडीपी वृद्धि दर जुलाई-सितंबर में इससे पिछली तिमाही के 20.1 फीसदी वृद्धि के मुकाबले कम थी।
बताया गया है कि नाउकास्टिंग मॉडल औद्योगिक गतिविधियों, सेवा गतिविधियों और वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़े 41 उच्च आवृत्ति संकेतकों पर आधारित है। डोमेस्टिक इकोनॉमिक एक्टिविटी में आशातीत तेजी नहीं है, न ही प्राइवेट कंजप्शन अभी भी कोरोना काल के पूर्व स्तर पर पहुंच पाया। कुछ इंडिकेटर्स दिसंबर तिमाही में मांग में कमी के भी संकेत दे रहे हैं जो जनवरी महीने में भी है।
वहीं अगर अर्बन डिमांड इंडिकेटर्स की बात करें तो कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और पैसेंजर व्हीकल की बिक्री में दिसंबर तिमाही में गिरावट दर्ज की गई। कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण घरेलू एयर ट्रैफिक भी घटा है। हालांकि, निवेश में धीरे-धीरे सुधार आ रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ग्रामीण गरीबों को 50,000 रुपए तक आजीविका ऋण पेशकश कर सकती है। इस लोन की मदद से सरकार कंजप्शन को बढ़ा सकती है जो इकोनॉमी के लिए बहुत जरूरी है।
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