इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
International Maritime Organizatio: भारत के लिए विदेश से एक अच्छी खबर आई है। खबर यह है कि भारत को दो साल के लिए अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन (आईएमओ) का सदस्य फिर बना गया है। भारत वर्ष 2022 से लेकर 2023 तक आईएमओ सदस्य बना रहेगा।
भारत को यह उपलब्धि उन दस राष्ट्रों की श्रेणी में हासिल हुई है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुद्री व्यापार में काफी रूचि दिखाई है। इस श्रेणी में भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, स्पेन, स्वीडन और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देश शामिल हैं।
भारत को लंदन में चल रही आईएमओ के 126वें सत्र की 32वीं सभा में अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन के सदस्य तौर पर दो साल के लिए चुनाव संपन्न होने के बाद चुना गया है। चुनाव संपन्न होने के बाद पर नवनिर्वाचित परिषद की औपचारिक बैठक का आयोजन होगा, जिसमें दो साल के लिए इसके अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का चयन किया जाएगा। हालांकि संगठन की बैठक अभी चल रही है और 15 दिसंबर को समाप्त होगी। इससे पहले भारत को साल 2019 में अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन (आईएमओ) का सदस्य बना था।
लंदन में स्थित भारतीय उच्चायोग ने भारत के आईएमओ में चयन के बाद शुक्रवार को ट्विटर पर कहा कि भारत को अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन की परिषद के लिए दोबारा चुन लिया गया है।
आपको बता दें कि आईएमओ की बैठक दो साल में एक बार होती है और इनमें अगले दो साल की अवधि के लिए संगठन की 40 सदस्यीय परिषद का भी चुनाव किया जाता है।
क्या है आईएमओ ? (International Maritime Organizatio)
अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन (आईएमओ) संयुक्त राष्ट्र संघ की एक विशिष्ट संस्था है, जो जलयानों के यातायात को नियंत्रित करने के लिये अधिकृत है। इसे 1982 तक अंतर-सरकारी समुद्री सलाहकारी संगठन कहते थे। इसकी स्थापना 1958 में जिनेवा में हुई थी। वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन के कुल 174 सदस्य तथा 3 एसोसिएट सदस्य हैं। इसका मुख्यालय लंदन में स्थित है।
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