Investment In IPO
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने आईपीओ में यूपीआई के जरिए निवेश की लिमिट को बढ़ा दिया है। निवेशक अब 5 लाख रुपए तक का निवेश कर सकते हैं। पहले ये लिमिट 2 लाख रुपए तक थी। इतना ही नहीं, RBI रिटेल डायरेक्ट स्कीम के जरिए सरकारी बॉन्ड्स को खरीदने की यूपीआई लिमिट भी बढ़ गई है और निवेशक 5 लाख रुपए तक का निवेश कर सकते हैं।
इस बात की जानकारी RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज 8 दिसंबर को मॉनिटरी पॉलिसी की समीक्षा करते समय दी। उन्होंने बताया कि रिटेल निवेशकों की ओर से UPI के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है।
UPI एक पॉपुलर पेमेंट आप्शन बना (Investment In IPO)
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि वित्तीय बाजार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। जनवरी 2019 से आईपीओ के लिए यूपीआई पेमेंट की सर्विस शुरू हुई थी और अब आईपीओ के लिए UPI एक पॉपुलर पेमेंट आप्शन बन गया है। 2-5 लाख रुपये के आईपीओ एप्लीकेशंस की हिस्सेदारी कुल सब्सक्रिप्शन एप्लीकेशंस में करीब 10 फीसदी है। इसे देखते हुए मार्च 2020 में UPI सिस्टम में ट्रांजैक्शन लिमिट 1 लाख से बढ़ाकर 2 लाख रुपये की गई थी।
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