Manufacturing Growth
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
बाजार की स्थिति में सुधार के कारण भारत के मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की गतिविधियों (Manufacturing Activities) में नवंबर के महीने में और मजबूती आई है। यह मजबूती पिछले 10 महीनों में टाप पर है।
मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ को आंकने के लिए बने IHS Markit का PMI नवंबर में 57.6 पर पहुंच गया है।
अक्टूबर में यह 55.9 पर था। बता दें कि देश की मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियां औसतत 53.6 रहती है। 50 से नीचे का स्कोर मैन्यूफैक्चरिंग गतिविधियों में गिरावट को दिखाता है, जबकि इसके ऊपर का स्कोर इन गतिविधियों में बढ़ोतरी का संकेत है। पिछले 2 साल में कोरोना के कारण मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों पर काफी प्रभाव पड़ा था। लेकिन नवम्बर में हुई ग्रोथ औसत 53.6 से भी काफी ज्यादा है। यह फरवरी के बाद से उत्पादन और बिक्री में सबसे तेज वृद्धि है।
आईएचएस मार्किट के इकोनॉमिक्स एसोसिएट डायरेक्टर पोलियाना डी लीमा ने कहा है कि भारतीय विनिर्माण उद्योग ने नवंबर में विकास जारी है। विकास में तेजी और आगे बढ़ने वाले सूचकांक आम तौर पर आने वाले महीनों में और वृद्धि की ओर इशारा करते हैं।
हालांकि कोरोना के Omicron वैरिएंट के बढ़ने की आशंका और महंगाई का दबाव बना रहेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी अतिरिक्त लागतों का बोझ सहन कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने आउटपुट शुल्कों में कम ही बढ़ोतरी की है। लेकिन यह देखने वाली बात होगी कि महंगे रॉ मैटेरियल ओर कोरोना की वजह से शिपिंग में आने वाली दिक्कतों को सेक्टर पर क्या असर पड़ता है।
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