Mini On Wheel Hospital
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
हरियाणा के सभी 22 जिलों को जल्द ही राष्ट्रीय मोबाइल मेडिकल यूनिट मिलने जा रही है। इसे मिनी आॅन व्हील अस्पताल भी कहा जा सकता है। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ये जानकारी देते हुए बताया कि इस यूनिट में मरीज को दाखिल करने के साथ-साथ ओपीडी की सुविधा, पूरी तरह से संचालित प्रयोगशाला, आक्सीजन की सुविधा, टेस्टिंग की सुविधा सहित अन्य सुविधाएं भी हैं। यह मोबाइल यूनिट प्रदेश के गांव-गांव व शहरों के मोहल्ला-मोहल्ला में निर्धारित समयावधि में जाएगी और लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री विज ने बताया कि राज्य में कुल 47 मोबाइल यूनिट काम करेंगी, जिसके तहत प्रत्येक जिले में दो-दो मोबाइल यूनिट होंगी। वो यहां स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
ये सुविधाएं भी होंगी मोबाइल यूनिट में (National Mobile Medical Unit)
स्वास्थ्य मंत्री ने इस मोबाइल यूनिट की सुविधाओं की जानकारी देते हुए बताया कि मोबाइल यूनिट में कंटेनर जांच स्थान, टीकाकरण स्थान, फार्मास्टि स्थान और प्रयोगशाला का स्थान भी दिया गया है। इस यूनिट में चालक और अन्य कर्मियों के बीच बातचीत हेतु इंटरकॉम की सुविधा भी दी गई है। इस यूनिट में कुछ चीजों को फोल्डेवल के रूप में रखा गया है ताकि आवश्यकता के अनुसार उपयोग किया जा सके और यूनिट में जनरेटर की सुविधा, एलईडी टीवी, मेडीकल उपकरण जैसे कि आपातकालीन किट सहित नेबूलाइजर, स्टेज्चर अन्य की सुविधा भी हैं। इसी प्रकार, इसमें वीडियो कैमरा की सुविधा भी दी गई है तथा जीपीएस सिस्टम भी हैं।
एक और जीनोम सिक्वेसिंग मशीन स्थापित करेंगे (National Mobile Medical Unit)
विज ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को राज्य में एक ओर जीनोम सिक्वेसिंग मशीन स्थापित करने हेतु कार्यवाही करने के निर्देश दिए, ताकि कोरोना के संक्रमण की जीनोम की जांच हो सके। उन्होंने बताया कि यह मशीन पचंकूला में स्थापित करने का प्रस्ताव हैं ताकि उत्तर हरियाणा के जिलों को यहां से कवर किया जा सके। बैठक में बताया गया कि रोहतक में स्थापित जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन में जीनोम की सिंक्वेंसिंग जांचने के लिए 140 मामलों को भेजा गया था, जिसमें से 6 ओमिक्रॉन के मामलों की पुष्टि हुई है, जबकि अन्य वेरिएंट के हैं।
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