इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
National Family Health Service नेशनल फैमिली हेल्थ सर्व (NFHS) -5 ने देश की महिलाओं को लेकर एक सुखद आंकड़े जारी किये हैं। सर्व में जारी आंकड़ों 2019 और 2021 के हैं। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्व-5 में देश में महिलाओं की बैकिंग उपयोगिता पर रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि भारत में शहरी इलाके की 81% और ग्रामीण इलाके की 77.4 % महिलाओं के अपने अपने बैंक में खाते हैं और उसका उपयोग वह खुद ही करती हैं। रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया है कि मौजूदा समय में देश की महिलाएं घर के फैसले भी लेने लगी हैं।
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे- 4 में 2015-2016 के जारी आंकड़ों में देश में केवल 53 फीसदी महिलाओं के अपना बैंक खाता था। अगर इस संख्या की बात करें तो इसमें अब 50 फीसदी वृद्धि हुई है। वहीं, नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे फाइव में यह बात भी सामने आई है कि मैरिज महिलाएं अपने स्वास्थ्य, खरीदारी के फैसले के साथ-साथ सगे संबंधियों के यहां आने-जाने में फैसला ले रही हैं।
वहीं, इन फैसलों पर ग्रामीण इलाके की महिलाओं की भागेदारी में भी इजाफा हुआ है। यह इजाफा 87.7 फीसदी है तो वहीं शहरी इलाके में 91 फीसदी शामिल है। वर्ष 2015 व 16 यह भागेदारी महज 84 फीसदी थी,जबकि अब यह भागेदारी 88.7 फीसदी पर पहुंच गई है। National Family Health Service
वहीं, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि महिलाओं की प्रॉपर्टी के हिस्सेदारी में वृद्धि हुई है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे- 4 में जहां महिलाओं के नाम प्रॉपर्टी में 38.4 फीसदी हिस्सेदारी थी तो वहीं अब बढ़कर 43.3 फीसदी हो गई है। प्रॉपर्टी के हिस्सेदारी के मामले में शहरी महिलाओं को पीछे छोड़ते हुए ग्रामीण इलाकें आगे निकल गई हैं। ग्रामीण महिलाओं के 45.7 फीसदी पॉपर्टी की हिस्सेदारी है। तो वहीं शहरी महिलाओं के पास 38.3 फीसदी है। रिपोर्ट में महिलाओं द्वारा मोबाइल की उपयोगिता को लेकर भी खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा आंकड़े में देश की महिलाओं द्वारा फोन के उपयोग करने में 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। इसमें शहरी इलाकों की महिलाओं की संख्या 70 प्रतिशत और ग्रामीण इलाकों की महिलाओं की संख्या 46.6 फीसदी है। National Family Health Service
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