ग्रेटर नोएडा और दिल्ली के बीच सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट और नोएडा को जोड़ने वाली मेट्रो का रूट मामूली चेंज के साथ स्वीकृत हो गया है। इसके लिए नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन(एनएमआरसी) नई डीपीआर भी बनाएगी। यह रूट कैसे होगा और कहां से जुड़ेगा पूरी जानकारी आपको देते हैं।
दरअसल, बीते रविवार को मेट्रो की मांग करते हुए जंतर मंतर पर ग्रेनो वेस्ट निवासियों ने धरना प्रदर्शन किया था। अब एनएमआरसी एक महीने में ग्रेनो वेस्ट के नए रूट की डीपीआर तैयार करेगी। केंद्रीय मंत्रालय द्वारा ग्रेनो वेस्ट मेट्रो की डीपीआर निरस्त होने के बाद नए रूट की डीपीआर बनाने के लिए शासन से मंजूरी मिल गयी है। डीपीआर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) तैयार कर रहा है। एक महीने में डीपीआर तैयार हो जाने की संभावना है।
एनएमआरसी के एमडी लोकेश एम ने बताया कि नोएडा-ग्रेनो वेस्ट के बीच मेट्रो चलाने की परियोजना हमारी प्राथमिकता में है। इसके रूट में थोड़ा बदलाव किया गया है, इसके लिए संशोधित डीपीआर तैयार की जा रही है। अलाइनमेंट में थोड़ा बदलाव किया जाएगा जिससे ब्लू लाइन से दिल्ली आने वाले लोग आसानी से एक्वा लाइन में आ-जा सकेंगे। दोनों लाइनों को जोड़ने के लिए कॉमन प्लेटफार्म बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब भी ब्लू लाइन के सेक्टर-52 और एक्वा लाइन के सेक्टर-51 को जोड़ने के लिए ट्रेवलर युक्त एफओबी बनवाया जा रहा है। उसका काम भी तेजी से चल रहा है। नए रूट से दोनों लाइनों को जोड़ने का स्थायी समाधान हो जाएगा।
अब इस मेट्रो स्टेशन से जुड़ेगी नई मेट्रो
एनएमआरसी की नोएडा से ग्रेनो वेस्ट नालेज पार्क-5 तक एक्वा लाइन मेट्रो विस्तार योजना का अलाइनमेंट अब बदला जा रहा है। अब तक एक्वा लाइन मेट्रो को सेक्टर-52 में ब्लू लाइन मेट्रो स्टेशन से जोड़ने की योजना थी, अब इसे बदल दिया गया है। ग्रेनो वेस्ट की तरफ जाने वाली एक्वा लाइन मेट्रो ब्लू लाइन मेट्रो के सेक्टर-61 स्टेशन से जुड़ेगी। इसके चलते डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) में भी बदलाव किया जा रहा है।
एक्वा लाइन के विस्तार के लिए अब तक बनाई गई परियोजना के अनुसार वर्तमान में जो एक्वा लाइन मेट्रो संचालित की जा रही है, उसे सेक्टर-51 से आगे बढ़ाते हुए ग्रेटर नोएडा वेस्ट की तरफ लेकर जाना था। एक्वा लाइन और ब्लू लाइन को जोड़ने के लिए फुट ओवर ब्रिज बनाने की तैयारी थी। एक्वा लाइन सेक्टर-51 स्टेशन और ब्लू लाइन सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन के बीच की दूरी 430 मीटर है। इतनी लंबी दूरी पैदल तय करने में लोगों को होने वाली भारी को देखते हुए फुट ओवर ब्रिज के बजाय स्वचालित ट्रेवलेटर बनाया जा रहा है।
स्थाई समाधान के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट नालेज-पार्क-पांच तक प्रस्तावित मेट्रो परियोजना के लिए एलाइनमेंट में बदलाव करते हुए संशोधित डीपीआर बनाई जा रही है। जिसे जल्द ही स्वीकृति मिल जाएगी। नए डीपीआर और बदले हुए अलाइनमेंट के बाद अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जाने वाले एक्वा लाइन मेट्रो ब्लू लाइन के सेक्टर-61 मेट्रो स्टेशन से जुड़ेगी। इससे लोगों को पैदल दूरी कम तय करनी पड़ेगी और ब्लू लाइन और मेट्रो लाइन पर बनने वाले जंक्शन पर भी यात्रियों का भार अधिक नहीं बढ़ेगा।
नई डीपीआर पर एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा का कहना है कि मेट्रो आने से ग्रेनो वेस्ट के विकास में और तेजी आएगी। लोग सीधे दिल्ली से जुड़ जाएंगे और दिल्ली के लोगों का भी ग्रेनो वेस्ट तक पहुंचना आसान होगा। इसका लाभ रियल एस्टेट सेक्टर को भी मिलेगा और ग्रेनो वेस्ट निवेश की दृष्टि से बेहतर स्थान बनेगा।
इन स्थानों के लोगों को होगा लाभ
एनएमआरसी की एक्वा लाइन का विस्तार कर ग्रेनो वेस्ट के नॉलेज पार्क तक किया जाना है। पुराने रूट में सेक्टर-51 से सीधे सेक्टर-72 बाबा बालक नाथ मंदिर से होते हुए पर्थला और किसान चौक होते हुए सीधे नॉलेज पार्क 5 तक मेट्रो जानी थी। लेकिन अब नए रूट के मुताबिक सेक्टर-51 से सेक्टर-61, सेक्टर-71 स्थित कैलाश अस्पताल के सामने से होते हुए मेट्रो ग्रेनो वेस्ट जाएगी।
मिग्सन ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर यश मिग्लानी ने कहा कि मेट्रो परिवहन का सबसे बेहतर साधन है। ऐसे में ग्रेनो वेस्ट के नई लाइन से जुड़ने से लाखों लोगों का सफर आसान होगा। आने वाले समय में यहां रियल एस्टेट के नए प्रोजेक्ट्स भी आएंगे और निवेश की नई राहें खुलेंगी।