इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
Opposition to Privatization : सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के करीब 9 लाख कर्मचारी 16 दिसंबर दिन गुरुवार से 2 दिन की हड़ताल पर जा रहे हैं जिससे बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होने की आशंका है।
यूनियन के नेताओं ने कहा कि इस हड़ताल का आह्वान सरकार द्वारा 2 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के प्रयास के खिलाफ किया गया है।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) सहित ज्यादातर बैंकों ने अपने ग्राहकों को सूचित किया है कि हड़ताल की वजह से चेक समाशोधन और कोष हस्तांतरण जैसी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
आल इंडिया बैंक आफिसर्स कनफेडरेशन (एआईबीओसी) के महासचिव सौम्य दत्ता के अनुसार बुधवार को अतिरिक्त मुख्य श्रमायुक्त के समक्ष सुलह-सफाई बैठक विफल रही और यूनियनों ने हड़ताल पर जाने के फैसले को कायम रखा है।
सरकार ने बजट 2021-22 में इस साल के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के 2 बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव किया था। 2 दिन (16-17 दिसंबर) की हड़ताल का आह्वान यूनाइटेड फोरम आफ बैंक्स यूनियन (यूएफबीयू) ने किया है। Opposition to Privatization
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