इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Parliament: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा दसवीं कक्षा के अंग्रेजी के पेपर में पूछे गए एक विवादित सवाल का मुद्दा देश की संसद में उछला। इस विवादित सवाल पूरा विपक्ष संसद में सत्ताधारी दल पर जमकर बरसा। कांग्रसे समेत अन्य विपक्षी दलों ने संसद के समक्ष मांग की कि केंद्र सरकार इस कृत्य के फौरन माफी मांगे और मामले की पूरी समीक्षा हो।
हालांकि विपक्षीय दल के भारी विरोध के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने इस विवादित सवाल रद्द कर दिया है। वहीं, बोर्ड ने इस प्रश्न को को गलत और गाइडलाइन्स के खिलाफ बताते हुए उन्हें रद्द करने और उनके बदले छात्रों को पूरे अंक देने का ऐलान किया है।
CBSE द्वारा दसवीं की परीक्षा में पूछे गए एक विवादित अपठित गद्यांश (unseen passage) का मुद्दा सोमवार को संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उठाया। इस दौरान उन्होंने दसवीं की बोर्ड की परीक्षा में दिए गए एक अपठित गद्यांश पर सरकार को घेरते हुए ऐसे सवालों को महिला विरोधी और पिछड़ी सोच बताते करार दिया है और अपना कड़ा एतराज जाहिर किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने पूरे संसद के सामने सरकार ने न सिर्फ इन सवालों को फौरन रद्द करना चाहिए बल्कि इस पर माफी के साथ पूरे मामले की समीक्षा करने की मांग की। वहीं, इस मौके पर विपक्षीय दल डीएमके, एनसीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस और आईयूएमएल के सांसदों ने इस पर संसद के अंदर भारी हंगामा किया और सरकार से इस विवादित प्रश्न पर सफाई देने की मांग करते हुए लोकसभा से बाहर निकल आए।
भाजपा महिला विरोधी विचारधारा को देती है बढ़ावा Parliament
Unbelievable! Are we really teaching children this drivel?
Clearly the BJP Government endorses these retrograde views on women, why else would they feature in the CBSE curriculum? @cbseindia29 @narendramodi?? pic.twitter.com/5NZyPUzWxz
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 13, 2021
सीबीएसई की तरफ से विवादित गद्यांश और उस पर आधारित सवालों को रद्द किए जाने के एलान से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रश्नपत्र के विवादित हिस्से को ट्वीट करते हुए लिखा, “अविश्वसनीय, क्या हम वाकई बच्चों को यह बकवास पढ़ा रहे हैं? स्पष्ट रूप से भाजपा सरकार महिलाओं को पीछे धकेलने वाले ऐसे विचारों को बढ़ावा देती है। अगर ऐसा नहीं होता तो ऐसी बातें सीबीएसई के पाठ्यक्रम में कैसे पहुंच जातीं? वहीं, प्रियंका ने अपने इस ट्वीट में सीबीएसई के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी टैग किया है।
कट्टरता नहीं कड़ी महेनत आती है काम Parliament
Most #CBSE papers so far were too difficult and the comprehension passage in the English paper was downright disgusting.
Typical RSS-BJP ploys to crush the morale and future of the youth.
Kids, do your best.
Hard work pays. Bigotry doesn’t.— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 13, 2021
राहुल गांधी ने भी विवादित पैसेज पर कड़ा ऐजरात जताया। उन्होंने कहा कि आरएसएस-बीजेपी पर युवाओं के भविष्य और उनके मनोबल को कुचलने की कोशिश कर रही है। बच्चों, अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करो. कड़ी मेहनत ही काम आती है, कट्टरता नहीं.
सीबीएसई ने जारी किया बयान Parliament
As the passage in one set of question paper in class X English Exam is not in accordance with guidelines of the board with regard to setting of question papers, it has been decided to drop the question and award full marks to the students for this passage . pic.twitter.com/IHfoUJSy2O
— CBSE HQ (@cbseindia29) December 13, 2021
वहीं, विपक्ष दल द्वारा विवादित प्रश्न पर भारी हंगामा करने के बाद सीबीएसई ने सर्कुलर जारी कर कहा कि 11 दिसंबर को आयोजित कक्षा 10 के पहले टर्म की परीक्षा में अंग्रेजी भाषा व साहित्य पेपर में एक पैसेज बोर्ड के गाइडलाइंस के मुताबिक नहीं था। इस मामले को समिति के पास भेजा गया था। अब उसकी सिफारिशों के आधार पर प्रश्न पत्र सीरीज जेएसके/1 में पैसेज संख्या 1 और इससे जुड़े प्रश्नों को निरस्त कर दिया है। सभी स्टूडेंट्स को उस पैसेज के लिए पूरे अंक दिए जाने का फैसला किया गया है।
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