Personal Loan Benefits
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Personal Loan Benefits: आज के समय में अगर आपको कभी पैसो की ज़रूरत पड़ती है तो पर्सनल लोन का ऑप्शन आपके लिए बेस्ट ऑप्शन होता है। और इसके लिए अप्लाई भी आप घर बैठे कर सकते है। और पर्सनल लेने का दूसरा विकल्प भी है कि आप बैंक जाकर कुछ मामूली दस्तावेज भरकर भी पर्सनल लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। यह भी बता दे कि आपको लोन पर हर महीने कुछ इंटरेस्ट पे करना होता है, जो कि कई बार आर्थिक रूप से थोड़ा परेशान कर सकता है।
ऐसे में व्यक्ति आउटस्टैंडिंग पेमेंट कर लोन को फोरक्लोज करवाने का सोचता है। आइए जानते हैं लोन का प्रीपेमेंट या पार्शियल पेमेंट करना आपके क्रेडिट स्कोर के लिए कितना सही है। पर्सनल लोन 3 तरह से बंद करवाए जा सकते हैं। आइये जानते है कोनसे है वह तीन तरीके।
रेगुलर क्लोजर (regular closure)
इसमें कस्टमर तय समय तक हर महीने अपनी EMI चुकाता है। EMI पूरी हो जाने के बाद आखिरी किश्त होते ही आप कॉस्ट्मर केयर से बात कर सकते है या लोन क्लोजर के लिए बैंक से संपर्क कर सकते है।
प्री-क्लोजर (pre-closure)
लोन की अवधि खत्म होने से पहले जब कोई ग्राहक इसका पूरा पेमेंट करना चाहता है तो इसे प्रीक्लोजर कहते है। सभी बैंकों के लॉकइन पीरियड अलग-अलग होते हैं, जिसके पहले लोन क्लोज करवाया जा सकता है। कुछ बैंक प्रीक्लोजर पर शुल्क लगाते हैं जबकि कुछ बैंक इसके लिए चार्ज नहीं वसूलते हैं।
पार्ट-पेमेंट (part payment)
तीसरा विकल्प पार्ट-पेमेंट का होता है। अगर आप चाहते हैं कि लोन का भुगतान जल्द से जल्द हो जाए तो बीच-बीच में पार्ट-पेमेंट किया जा सकता है। इसके दो तरह के फायदे होते हैं। पार्ट-पेमेंट करने के बाद आपकी ईएमआई घट जाएगी या फिर लोन पीरियड घट जाएगा। इसमें क्या विकल्प चुनना है यह आप पर निर्भर करता है। इसके साथ एक और खासियत यह है कि पार्ट-पेमेंट बीच में कई बार किया जा सकता है।
प्रीक्लोजर से क्या पड़ सकता है असर
कई बैंक आपको पर्सनल लोन के प्रीपेमेंट की सुविधा देते हैं। अगर आप किसी लोन का प्रीपेमेंट कर देते हैं तो आप काफी समय और पैसा बचा सकते हैं। हालांकि कुछ बैंक प्रीक्लोजर पर पेनल्टी भी लगाते हैं जो कि 2% से 5% तक हो सकती है। अगर आप ये कैलकुलेट करना चाहते हिं कि आप प्रीपेमेंट से कितने फायदे या नुकसान में हैं तो आप ऑनलाइन EMI कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं।