Insurance Companies
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
बीमा कंपनियों के प्राफिट की तुलना किसी विनिर्माण फर्म के साथ नहीं की जा सकती है। यह कहना है एलआईसी अध्यक्ष एम आर कुमार का। दरअसल, दोनों व्यवसायों की कार्यशैली एक दूसरे से अलग है। इसलिए बीमा कंपनियों के प्राफिट की किसी विनिर्माण फर्म के साथ तुलना करना गलत है। उन्होंने कहा कि विनिर्माण जैसी दूसरी कंपनियों की तुलना में बीमा कंपनियों का लाभ अलग है। अधिशेष सृजन के लिहाज से पिछले दो वर्षों में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का सृजन हुआ है।
एलआईसी अध्यक्ष (LIC Chairman) ने कहा कि इस अधिशेष में 95 प्रतिशत पॉलिसीधारकों के पास जा रहा था। जब आप पांच प्रतिशत को देखते हैं, तो यह आकार में छोटा लगता है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि अब अधिशेष वितरण के तरीके में बदलाव होने омг онион जा रहा है। वित्त वर्ष 2021-22 में अधिशेष वितरण का अनुपात पॉलिसीधारकों और शेयरधारकों के बीच 95:5 था। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2022-23 और 2023-24 में 92.5:7.5 और फिर वित्त वर्ष 2024-25 में 90:10 होगा।
कुमार ने कहा कि जीवन बीमा कंपनियों को बेची गई पॉलिसियों से लाभ मिलता है। एलआईसी ने पिछले महीने बताया था कि वित्त वर्ष 2021-22 की पहली छमाही में उसका कर पश्चात मुनाफा 1,437 करोड़ रुपये रहा, जो इससे एक साल पहले की इसी अवधि में 6.14 करोड़ रुपये था।
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