RBI Dissolves Reliance Capital Board
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
भारतीय रिजर्व बैंक ने रिलायंस कैपिटल के बोर्ड को भंग कर दिया है। यह कार्रवाई आरबीआई ने कंपनी द्वारा भुगतान में डिफॉल्ट करने की वजह से की है। आरबीआई ने बैंक आफ महाराष्ट्र के पूर्व एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नागेश्वर राव वाई को इस नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी का प्रशासक नियुक्त किया है।
RBI ने कहा है कि अपने क्रेडिटर्स को भुगतान करने में डिफॉल्ट के साथ गवर्नेंस में गंभीर चिंताएं भी हैं, जिसका बोर्ड प्रभावी तौर पर समाधान नहीं कर पाया है। इसलिए फउछ द्वारा अपने क्रेडिटर्स को अलग-अलग भुगतान के दायित्वों में डिफॉल्ट को देखते हुए बोर्ड को भंग किया गया है। कंपनी का बोर्ड इन समस्याओं का समाधान ठीक से नहीं कर पा रहा है। अनिल अंबानी की एनबीएफसी कंपनी रिलायंस कैपिटल के बोर्ड में चेयरमैन अनिल अंबानी, राहुल सरीन, छाया विरानी, थॉमस मैथ्यू और धनंजय तिवारी शामिल थे, जिसे अब रिजर्व बैंक की ओर से निलंबित कर दिया गया है।
रिजर्व बैंक जल्द ही इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी (फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर्स की इनसॉल्वेंसी एंड लिक्विडेशन प्रोसीडिंग्स एंड एप्लीकेशन टू एडजुडिकेटिंग अथॉरिटी) रूल्स, 2019 के तहत कंपनी के रिजॉल्यूशन की प्रक्रिया शुरू करेगा। रिजर्व बैंक, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल मुंबई से भी ऋण इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल के रूप में प्रशासक नियुक्त करने का आग्रह करेगा। रिजर्व बैंक ने बैंक आॅफ महाराष्ट्र के पूर्व एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नागेश्वर राव को ठइऋउ का प्रशासक नियुक्त किया है।
तीसरी एनबीएफसी के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया शुरू
बता दें कि रिजर्व बैंक ने एक साल में तीसरी एनबीएफसी के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया शुरू की है। इससे पहले दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड और श्रेई समूह के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया शुरू की थी। इसमें श्रेई समूह से कर्ज वसूली की प्रक्रिया अभी जारी है, जिसका समाधान होना है।
रिलायंस कैपिटल को चालू वित्तवर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 6,001 करोड़ की आमदनी पर 1,156 करोड़ रुपये घाटा हुआ।?2020-21 में कंपनी ने 19,308 करोड़ राजस्व जुटाया। इसके बावजूद 9,287 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
जानकारी के मुताबिक रिलायंस कैपिटल ने एचडीएफसी और एक्सिस बैंक से लिए कर्ज पर 5.48 करोड़ ब्याज का भुगतान नहीं किया। कंपनी ने 27 नवंबर को स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि एचडीएफसी व एक्सिस बैंक से 624 करोड़ कर्ज लिया था। 31 अक्तूबर तक उसे एचडीएफसी को 4.77 करोड़ और एक्सिस बैंक को 71 लाख ब्याज चुकाने थे। एचडीएफसी ने 10.6-13% ब्याज पर कर्ज दिया था, जबकि एक्सिस बैंक 8.25% ले रहा है। कंपनी अप्रैल में एनसीडी पर भी ब्याज देने में असफल रही थी।
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