RBI may Increase Repo Rate by 0.25 percent
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) अपनी आने वाली मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो रेट (Repo Rate) में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी तक कर सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक जून में 25 बेसिस प्वाइंट और अगस्त में फिर से 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा हो सकता है। दरअसल, केंद्रीय बैंक महंगाई को कम करने की कोशिश में लगा हुआ है। इसी कारण उसे यह कदम उठाना पड़ेगा।
एक रिपोर्ट में एसबीआई के मुख्य अर्थशास्त्री सौम्यकांति घोष ने कहा कि मार्च में खुदरा महंगाई की दर 6.95 फीसदी रहने के बाद सितंबर तक इसके 7 फीसदी से भी ऊपर जाने की आशंका है। हालांकि अच्छी बात यह है कि सरकार लगातार निवेश बढ़ा रही है। पिछले 2 साल में 10 लाख करोड़ का निवेश हुआ है।
अभी 4 फीसदी है रेपो रेट
जानना जरूरी है कि कुछ दिन पहले 8 अप्रैल को आरबीआई की इस वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक हुई थी। इस बैठक में रेपो और रिवर्स रेपो रेट पहले की तरह बरकरार रखने की बात कही गई थी। यह लगातार 11वीं ऐसा था जब रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था। फिलहाल रेपो रेट 4 फीसदी पर है।
क्या होते हैं Repo and Reverse Repo Rate
रेपो रेट (Repo Rate) वह रेट होता है जिस पर रिजर्व बैंक से बैंकों को कर्ज मिलता है। वहीं रिवर्स रेपो रेट इसका उल्ट होता है। रिवर्स रेपो रेट वह दर होता है जिस दर पर बैंकों को रिजर्व बैंक के पास अपना पैसा रखने पर ब्याज मिलता है।
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