Reliance And Future Group
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
रिलायंस (Reliance) का फ्यूचर के 200 से अधिक स्टोर्स का संचालन अपने हाथों में लेना, इन स्टोर्स की रीब्रांडिंग शुरू करना और साथ ही उनके कर्मचारियों को नौकरी की पेशकश करना, फ्यूचर ग्रुप के वेंडर्स, सप्लायर्स, परिसर मालिकों और कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में आया है। इन स्टोर्स में हरियाणा और पंजाब के 10 स्टोर भी शामिल हैं।
रिलायंस (Reliance) इन स्टोर्स के सभी कर्मचारियों को जॉब आफर कर रही है, जिससे फ्यूचर के रिटेल नेटवर्क के लगभग 30,000 कर्मचारियों के लिए नौकरी की निरंतरता सुनिश्चित रहेगी। फ्यूचर, जिसे भारत में संगठित रिटेल का अग्रणी माना जाता है, कुछ साल पहले कठिन दौर से गुजर रहा था और अपने ऋणदाताओं का पैसा चुका नहीं पा रहा था। 2020 के मध्य में फ्यूचर ने अपनी खुदरा संपत्ति रिलायंस को बेचने के लिए एक डील की।
पर, अमेजन ने दावा किया कि उसकी फ्यूचर के साथ एक डील थी जिससे अमेजन को फ्यूचर के खुदरा व्यापार और उस से संबंधित किसी भी निर्णय को नियंत्रित करने की अनुमति थी। हालांकि, ऐसी कोई भी डील देश के कानून का घोर उल्लंघन होगा और अमेजन देश में मल्टी-ब्रांड रिटेल में निवेश नहीं कर सकता था क्योंकि एफडीआई नियम इसकी अनुमति नहीं देते हैं। पर, अमेजन कोर्ट गया और कानूनी विवाद हुआ, जिससे डील में देरी हुई।
इसके चलते कर्मचारियों के लिए अनिश्चितता पैदा हो गयी थी, वेंडर्स और सप्लायरों के लिए व्यापार कम हो गया था और परिसर मालिकों, सप्लायरों और उधारदाताओं का एक बड़ा भुगतान करना बाकी था। कई परिसर मालिकों ने तब रिलायंस से संपर्क किया था, क्योंकि फ्यूचर भारी नुकसान के कारण किराए का भुगतान करने में असमर्थ था।
फ्यूचर के 1,700 से अधिक आउटलेट
गौरतलब है कि फ्यूचर के 1,700 से अधिक आउटलेट हैं। इनमें बिग बाजार स्टोर भी शामिल हैं लेकिन उसने अपने कुछ आउटलेट्स के लिए लीज भुगतान नहीं किया है। चूंकि ये बंद होने की कगार पर थे, रिलायंस ने कुछ स्टोर्स के लीज खुद को ट्रांसफर कर दिये और स्टोर्स संचालित करने के लिए उन्हें फ्यूचर को सबलेट कर दिया।
इन स्टोर्स पर अधिकांश इन्वेंट्री की आपूर्ति रिलायंस जियोमार्ट द्वारा की जा रही थी क्योंकि फ्यूचर मौजूदा सप्लायरों को बकाया राशि का भुगतान नहीं कर पाया था। फ्यूचर के कर्मचारियों ने इस बदलाव का स्वागत किया है और वे अब राहत मेहसूस कर रहे हैं, कि महीनों की अनिश्चितता समाप्त हो गई है और अब कुछ जॉब सिक्योरिटी भी है।
वेंडर्स और सप्लायर्स को मिली बकाया राशि
इसी तरह वेंडर्स और सप्लायर्स अपनी बकाया राशि मिलने पर और स्थायी कारोबारी संभावनाओं से राहत महसूस कर रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इस बड़े कॉरपोरेट के उनके नए ग्राहक बनने से अब उनको नए कारोबारी अवसर मिलेंगे । हरियाणा में कुंडली के एक वेंडर, शरद लूथरा ने कहा कि रिलायंस द्वारा स्टोरों का प्रबंधन करने से समय से भुगतान की सुरक्षा है, इसके अलावा व्यापार वृद्धि भी कई गुना होगी । इसलिए, हम रिलायंस के स्टोर्स की कमान सँभालने के बारे में काफी उत्साहित हैं।
Future Group ने नहीं किया किराए का भुगतान
स्टोर मालिकों / परिसर मालिकों ने पिछले साल से ही रिलायंस को अपने स्टोर्स को लीज पर देने की पेशकश करनी शुरू कर दी थी क्योंकि फ्यूचर ग्रुप द्वारा उनके किराए का भुगतान नहीं किया जा रहा था और उन्हें बकाए को चुकाने की फ्यूचर की क्षमता पर भी भरोसा नहीं था। रिलायंस के साथ लीज पर नेगोशिएट करने के बाद, उनके पिछले बकाये का भुगतान किया गया और अब वे नियमित रूप से किराया प्राप्त कर रहे हैं।
परिसर मालिक आनंद बग्गा, जिनकी प्रॉपर्टी फरीदाबाद के सेक्टर 55 में है और जो रिलायंस के साथ लीज साइन करने की प्रक्रिया में हैं, ने राहत की सांस ली है और उन्हें विश्वास है कि अब उन्हें नियमित रूप से अपने स्टोर का किराया मिलेगा। घाटे में चल रहे स्टोरों को रिलायंस द्वारा अपने नियंत्रण में लेने के साथ, किसी भी दिवाला कार्यवाही से बचा जा सकता है और ऋणदाता और लेनदार अब व्यवस्था की योजना को मंजूरी मिलने पर अपने बकाया की वसूली की उम्मीद कर सकते हैं।
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