Retail Inflation
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
महंगाई के मोर्चे पर जनता को एक और चोट लगने वाली है। एक रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि मार्च में भारत की खुदरा महंगाई (Retail Inflation) 6.35 फीसदी के साथ 16 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच सकती है। यह आंकड़ा नवंबर 2020 के बाद का सर्वाधिक है। महंगाई बढ़ने का मुख्य कारण लगातार खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी है।
दरअसल, एक पोल के जरिए अर्थशास्त्रियों ने यह अनुमान जताया है। यह पोल 4 से 8 अप्रैल तक किया गया। यह पोल 48 अर्थशास्त्रियों के बीच हुआ, जिसमें पता चला कि सालाना आधार पर मार्च में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) यानी खुदरा महंगाई 6.35 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है, जबकि इससे पिछले महीने फरवरी में खुदरा महंगाई 6.07 फीसदी रही थी।
मार्च महीने के नतीजे 12 अप्रैल को होंगे जारी
जानना जरूरी है कि खुदरा महंगाई के मार्च महीने के नतीजे 12 अप्रैल जारी होंगे, जोकि 6.06 फीसदी और 6.50 फीसदी के बीच रहने का अनुमान जताया गया है। कुल मिलाकर, खुदरा महंगाई आरबीआई के 6 फीसदी के ऊपरी लक्ष्य से ज्यादा रहने का अनुमान जताया जा रहा है। महंगाई का यह स्तर लगातार तीसरे महीने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लक्षित दायरे से ऊपर होगा।
एएनजेड के अर्थशास्त्री धीरज निम ने कहा है कि जैसा कि फरवरी महीने तक लगातार 3 महीने खाद्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट के बाद अब इनके दाम फिर से बढ़ने लगे हैं तो हमारा सालाना आधार पर खुदरा महंगाई (Retail Inflation) 6.30 फीसदी रह सकती है।
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