Russia Suspended From UNHRC
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
यूक्रेन पर हमले के विरोध में रूस पर पश्चिमी देशों की ओर से प्रतिबंध बढ़ते जा रहे हैं। इसी के तहत अब रूस को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से निलंबित कर दिया गया है। इस संबंध में अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए कल संयुक्त राष्ट्र महासभा का आपात सत्र बुलाया गया था।
इस सत्र में 58 देश इसमें शामिल नहीं हुए, जिनमें भारत भी शामिल है। लेकिन भारत ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। रूस को निलंबित किए जाने के प्रस्ताव के समर्थन में 93 वोट पड़े। जबकि इस प्रस्ताव के विरोध में 24 वोट पड़े।
स्थायी सदस्य को सस्पेंड करना यूएन के इतिहास में पहला मामला (Russia Suspended From UNHRC)
संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में यह पहली बार है जब यूएनएचआरसी (UNHRC) की सर्वोच्च इकाई सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य को सहायक इकाई की मेंबरशिप से सस्पेंड किया गया है। रूस (russia) की मेंबरशिप यूएनएचआरसी (UNHRC) में आगले साल दिसंबर तक थी। रूस ने सस्पेंड करने की यूएनएचआरसी की प्रक्रिया को गैर कानूनी बताया है। 47 गौरतलब है कि 47 सदस्यों वाली परिषद से रूस के निलंबन प्रस्ताव पर वोटिंग को लेकर रूस व अमेरिका ने सदस्य देशों पर लगातार दबाव बना रखा था।
भारत ने नहीं लिया किसी का पक्ष
यूक्रेन में रूस की ओर से जारी जंग को लेकर हुए मतदान में भारत ने किसी का पक्ष नहीं लिया। पहले की तरह भारत की भूमिका इस मामले में तटस्थ वाली रही। रूस के साथ अपनी पुरानी दोस्ती को बरकरार रखते हुए भारत ने यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई की कभी भर्त्सना नहीं की। हां, पहले भारत की ओर से इस मामले में यह जरूर कहा गया है कि बातचीत से मसले का हल करना चाहिए और शांति कायम रखा जाना जरूरी है।
गौरतलब है कि अमेरिका के साथ ही रूस ने भी भारत पर दबाव बनाया था। अमेरिका अपने प्रस्ताव के समर्थन में भारत का सहयोग चाहता था वहीं रूस चाहता था कि प्रस्ताव के समर्थन व मतदान से गैर हाजिर रहने वाले देशों को वह एक नजर से देखेगा। बुधवार को रूस ने यह भी कहा था कि ऐसे देशों को रूस गैर मित्र देशों की कैटेगरी में रखकर भविष्य में उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा।
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