Russian Stock Market
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
रूस और यूक्रेन के बीच विवाद इस कद्र बढ़ गया है कि अब ये माना जाने लगा है कि कोरोना काल के बाद यह तीसरे विश्व युद्ध की आहट है। इसी के तहत रूस में अगले आदेश तक शेयर बाजार में ट्रेडिंग बंद कर दी गई है। रूस के आक्रामक रुख के चलते दुनियाभर के शेयर बाजारों में कोहराम मचा हुआ है। वहीं रूसी करेंसी रूबल में भी भारी गिरावट आई है।
विश्व की दो महाशक्ति कहे जाने वाले अमेरिका और रूस दोनों के शेयर बाजार में पिछले कुछ दिन से भारी बिकवाली नजर आ रही थी। इसके बाद मॉस्को एक्सचेंज और सेंट पीटर्सबर्ग स्टॉक एक्सचेंज ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की डोनबास में “विशेष सैन्य अभियान” की घोषणा के बाद सभी ट्रेडिंग्स को रोक दिया है।
इसका रूसी रूबल पर निगेटिव पर असर पड़ा है। रूसी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार जनवरी 2016 के बाद पहली बार अमेरिकी डॉलर 84 रूबल से ऊपर पहुंच गया है। गुरुवार की सुबह तक एक्सचेंज रेट 86.21 रूबल प्रति डॉलर या 96.90 रूबल प्रति यूरो था। एक्सचेंज द्वारा निर्धारित ट्रेडिंग बैंड की सीमा तक कोटेशन पहुंचने के बाद मॉस्को एक्सचेंज ने रूबल में ट्रेडिंग रोक दी।
भारी गिरावट के चलते लिया फैसला
मॉस्को एक्सचेंज (Moscow Exchange) ने एक बयान में कहा है कि उसने अगली सूचना तक अपने सभी बाजारों में कारोबार को निलंबित कर दिया है। इसके तुरंत बाद सेंट पीटर्सबर्ग स्टॉक एक्सचेंज ने भी इसे फॉलो किया। मॉस्को एक्सचेंज ने फूड रिटेलर मैग्नीट (-14.51%), मोबाइल नेटवर्क एमटीएस (-14.09%), खनन कंपनी नॉर्निकेल (-12.39%), और ऊर्जा निगम गजप्रोम (-11.50%) सहित सभी शेयरों में बड़ी गिरावट दिखाई।
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