इंडिया न्यूज,यूपी।
Door To Door Campaign: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में जिन जिन जिलों में मतदान होना है, वहां पर भाजपा ने अपने प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए तेजी लगा दी है। इस प्रचार अभियान की शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार से यूपी के शामली जिले के कैराना से कर दी है। केंद्रीय मंत्री शाह आज शामली के कैराना के दौरे पर हैं। इस दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री शाह यूपी में भाजपा सरकार के दोबारा बनाना का आह्वान करने के लिए डोर टू डोर कैंपेन किया। इस दौरान शाह लोगों के घर घर जाकर भाजपा के पर्चा बांटा और 10 फरवरी को होने वाले यूपी के पहले चरण के विधानसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में लोगों से मतदान करने की अपील की। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी ने बुदंलशहर का दौरा किया है।
पयालन परिवार वालों की शाह ने की मुलाकात (Door To Door Campaign)
शामली से शुरु हुए भाजपा के डोर-टू-डोर कैंपेन के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने आज 2014 में कैराना से पलायन कर लंबे समय बाद वापस लौटे परिवार वालों से मुलाकात की है। काफी समय तक शाह पलायन परिवार वालों के साथ काफी समय तक बैठ और बातचीत की। शाह टीचर्स कालोनी में जनसंपर्क करने के बाद पलायन पीडि़त साधु यादव के घर भी गए। इस दौरान केंद्रीय मंत्री शाह के साथ जनसंपर्क अभियान में 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से बनाए गई कैराना उम्मीदवार मृगांका सिंह, गन्ना मंत्री सुरेश राणा व सांसद प्रदीप चौधरी भी मौजूद हैं।
सूबे विकास की दिख रही उत्साह
बीच दौरे में पत्रकार से बातचीत में केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा कि प्रदेश में विकास की उत्साह दिख रही है। विकास की प्राथमिक ज़रूरत क़ानून व्यवस्था का ठीक होना है। मैं राज्य के लोगों को कहूंगा कि अगर राज्य में क़ानून व्यवस्था बनाए रखना है, तुष्टीकरण और एक जाति के लिए काम करने वाली सरकारों की प्रथाओं को खत्म करना है तो एक बार फिरसे सूबे में भाजपा की सरकार को बनाएं वो भी प्रचंड बहुमत के साथ।
अब पलायन कराने वाले खुद कर रहे पलायन
पत्रकारों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि 2014 के बाद में पहली बार कैराना आया हूं। कोविड के कारण घर-घर जाकर संपर्क किया। सीएम योगी ने विकास की गति को तेज किया है। पूरे देश में विकास की लहर दिखाई देती है। हर गरीब को सुविधाएं दी जा रही हैं। यही कैराना है जहां पलायन होता था लेकिन अब पलायन कराने वाले खुद पलायन कर गए हैं। पलायन पीड़ित परिवार ने कहा कि अब हमें कोई डर नहीं हैं, हम शांति के साथ व्यापार कर रहे हैं।
शाह ने कहा कि यही कैराना है जहां पहले लोग पलायन करे हैं। मैं दौरे पर निकला तो लोगों ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने क़ानून व्यवस्था सुधारी है। पलायन करने वाले वापस आए हैं। मैं एक परिवार के साथ बैठा जो पलायन करके वापस आया है। उन्होंने कहा कि उन्हें यहां अब कोई भय नहीं।
सपा की सूची पर मुख्यमंत्री ने किया प्रहार
उधर, बुलंदशहर में डोर-टू-डोर कैंपेन के दौरान एएनआई से बात करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि पेशेवार दंगाई, अपराधी और हिस्ट्रीशीटर समाजवादी पार्टी की सोच के अनुरूप उनकी पार्टी की चुनाव सूची की शोभा बढ़ा रहे हैं। सपा की चुनाव उम्मीदवारों की सूची विघटनकारी और दंगाई और अराजकता की उस सोच को प्रदर्शित करने वाली है जिसमें विकास नहीं बल्कि विनाश है।
क्या है कैरान का पलायन मुद्दा
2012-2017 में उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना में समाजवादी पार्टी के शासन में हिन्दु लोग पलायन करने लगे थे। उस दौरान पलायन करने वालों का आरोप था कि सपा के शासन में कुछ सत्ताधारी लोगों के साथ एक विशेष वर्ग के लोग हिन्दुओं परिवार से रंगदारी और गुंड़ागर्दी की थी,जिसके वहज हिन्दु परिवार के काफी लोगों ने यहां पर पलायन कर लिया था। जिले हुए इस पलायन का मुद्दे उस समय के भाजपा नेता बाबू हुकुम सिंह खूब जोर शोर से उठाया था। 2017 में सूबे भाजपा की सरकार बनाने के बाद यहां से पलायन रुका और कानून का राज स्थापित हुआ। उसके बाद पलायन कर गए लोग धीरे धीरे लौटने लगे। भाजपा पलायन के मुद्दे पर हमेशा सपा को घेरती रही है।
दिया जाएगा उम्मीदवारों व कार्यकर्ताओं को मूल मंत्र
आपको बता दें कि विधानसभा चुनावों में प्रचार के लिए आज शनिवार से भाजपा के दिग्गज नेताओं का पश्चिमी यूपी के दौरे पर हैं। इस दौरै के दौरान यह दिग्गज नेता पार्टी के उम्मीदवारों व कार्यकर्ताओं जीत का मंत्र देंगे। इस क्षेत्र में पहले चरण का नामांकन पूरा होते ही भाजपा पश्चिम में पूरी ताकत झोंक दी है। कैराना के दौरे के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को शाम पांच बजे मेरठ जाएंगे और वहां पर भी पार्टी के नेताओं के साथ एक बैठक करेंगे।
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