इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
ई-कॉमर्स क्षेत्र की कंपनी Snapdeal अगले साल की पहली छमाही में अपना आईपीओ लान्च की तैयारी में है। कंपनी अगले कुछ हफ्तों में सेबी के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल कर सकती है।
सूत्रों के हवालों से कहा गया है कि कंपनी 25 करोड़ डॉलर (करीब 1,870 करोड़ रुपये) का आईपीओ लाने पर विचार कर रही है।
इस आधार पर स्नैपडील का मूल्यांकन करीब 1.5-1.7 अरब डॉलर बैठेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि स्नैपडील दिसंबर-जनवरी में DRHP दाखिल कर सकता है और आवश्यक मंजूरियों के बाद 2022 की पहली छमाही में आईपीओ लॉन्च करेगा। वहीं IPO के तहत कंपनी के संस्थापक शेयर नहीं बेचेंगे। प्रमुख शेयरधारक भी अपने शेयर कायम रखेंगे।
बता दें कि स्नैपडील के निवेशकों में सॉफ्टबैंक, ब्लैकरॉक इंक, टेमासेक होल्डिंग्स पीटीई और ईबे इंक जैसे नाम शामिल हैं। 2021 में कई तकनीकी-नेतृत्व वाले स्टार्टअप भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध हुए हैं।
कंपनी के बारे में जानें
बता दें कि स्नैपडील प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी है। यह खास तौर पर वैल्यू सेगमेंट पर फोकस करती है, जिसमें 90 प्रतिशत से ज्यादा प्रोडक्ट 1,000 रुपये से कम कीमत पर बेचे जाते हैं। इसके 80 फीसदी से ज्यादा यूजर मेट्रो शहरों से बाहर रहते हैं। 2017 में, स्नैपडील, फ्लिपकार्ट के साथ एक पोटेंशियल मर्जर डील से बाहर आ गया. इसके बाद उसने स्नैपडील 2.0 के साथ वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनने की रणनीति अपनाई।
कंपनी का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू वित्त वर्ष 2020 में मामूली रूप से बढ़कर 846.4 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2019 में 839.4 करोड़ रुपये था। स्नैपडील एक समय में भारतीय ई-कॉमर्स स्पेस में लीडिंग कंपनी रही है। हालांकि इसे अमेजॅन और फ्लिपकार्ट से कड़ी टक्कर मिली, जिसके चलते यह पीछे हो गई।
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