Sri Lanka Economic Crisis
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
श्रीलंका पुलिस ने प्रोटेस्टर्स को कानून अपने हाथ में नहीं लेने की चेतावनी दी है और कहा है कि आंदोलन के दौरान हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने सोमवार रात कई प्रोटेस्टर्स को गिरफ्तार किया और कहा कि वे आने वाले दिनों में उल्लंघन करने वालों को पकड़ने के लिए वैज्ञानिक और वीडियो फुटेज पर भरोसा कर रहे हैं।
श्रीलंका के विभिन्न हिस्सों में कल विरोध प्रदर्शनों और प्रदर्शनों की खबरें थीं, जिनमें से कुछ में आगजनी, घुसपैठ और हिंसा के अन्य कार्य शामिल थे। अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से कुछ की पहचान वीडियो साक्ष्य के आधार पर की गई है और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने एक बयान में कहा विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
COVID-19 महामारी के बाद से श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में गिरावट
इस बीच, देश में दवाओं की भारी कमी को देखते हुए आज से श्रीलंका में आपातकालीन स्वास्थ्य स्थिति घोषित कर दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, देश के सरकारी मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन (जीएमओए) की आपात सामान्य समिति की बैठक के बाद इस फैसले की घोषणा की गई, जिसमें आपातकालीन कानून लागू करने और दवा की गंभीर कमी पर चर्चा की गई। द्वीप राष्ट्र एक अभूतपूर्व आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।
पर्यटन क्षेत्र के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण COVID-19 महामारी के बाद से श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है। श्रीलंका वर्तमान में विदेशी मुद्रा की कमी का सामना कर रहा है जिसके कारण भोजन, ईंधन, बिजली और गैस की कमी हो गई है और आर्थिक सहायता के लिए पडोसी देशों की सहायता मांगी है। देश में रोजाना कम से कम 13 घंटे बिजली कटौती हो रही है। श्रीलंका की मुद्रा भी 8 मार्च से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगभग एसएलआर 90 से अवमूल्यन कर चुकी है।
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