Story Of Canara Bank
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
केनरा बैंक भारत का एक प्रमुख वाणिज्यिक बैंक है। भारत में इसकी स्थापना 1906 में एक महान दूरदर्शी और परोपकारी श्री अम्मेम्बल सुब्बा राव पई की ओर से की गई थी। इस नाते यह भारत के सबसे पुराने भारतीय बैंकों में से एक है। 2013 तक केनरा बैंक की भारत और अन्य देशों में 3600 से अधिक शाखाएं थीं। इसकी सबसे अधिक शाखाएं बंग्लुरू में हैं।
इसका मुख्य कार्यालय बंगलुरू में स्थित है। केनरा बैंक, विदेशी मुद्रा व्यापार करने के लिए आवश्यक बल देने के विशेष रूप से निर्यात और अनिवासी भारतीयों की जरूरतों को पूरा करने के लिए इसके विभिन्न विदेशी विभागों के कामकाज की निगरानी के लिए 1976 में अपने अंतर्राष्ट्रीय प्रभाग की स्थापना की। बैंक की अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति, लंदन, हांगकांग, मास्को, शंघाई, दोहा और दुबई जैसे केन्द्रों मे है। व्यापार के संदर्भ में यह एक भारत के सबसे बडे़ राष्ट्रीयकृत बैंको में से एक है, जिसका कुल कारोबार 598,033 करोड़ रुपयों का है।
History Of Canara Bank
एक अच्छा बैंक आम आदमी की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए हर संभव तरीके से प्रयास करना उसकी जिम्मेदारी है
यह था बैंक की स्थापना का सिद्धांत
- अंधविश्वास और अज्ञान को दूर करना
- पहले सिद्धांत की पूर्ति हेतु शिक्षा का प्रसार करना
- मितव्ययिता एवं बचत की आदत विकसित करना
- वित्तीय संस्था को न केवल समाज का वित्तीय हृदय बल्कि सामाजिक हृदय बनाना
- जरूरतमंदों की मदद करना
- सेवा और समर्पण की भावना के साथ काम करना
- सहजीवियों के प्रति चिंता तथा परिवर्तन लाने/तकलीफ और दिक्कतों को दूर करने की दृष्टि से परिवेश के प्रति संवेदना विकसित करना।
- स्थापना के मजबूत सिद्धांत, प्रबुद्ध नेतृत्व, अनुपम कार्य-संस्कृति और बदलते बैंकिंग परिवेश में अपने आप को ढालने की अद्भुत क्षमता ने केनरा बैंक को विश्व स्तर की एक अग्रणी बैंकिग संस्था बना डाली है।
बैंक का संक्षिप्त रेखाचित्र
अपनी ग्राहकोन्मुखता के लिए व्यापक रूप से जाने-जाने वाले केनरा बैंक की स्थापना एक महान दूरदृष्टा और समाजसेवी श्री अम्मंबाल सुब्बाराव पै ने जुलाई 1906 में कर्नाटक के एक छोटे से पत्तन शहर, मंगलूर में की गई। पिछले एक सौ वर्षों में बैंक ने अपनी प्रगति के पथ पर कई मंजिÞलें तय की हैं।
केनरा बैंक का विकास आश्चर्यजनक था, विशेषकर 1969 में राष्ट्रीयकरण के बाद जाने भौगोलिक पहुँच और ग्राहक संवर्गों की दृष्टि से राष्ट्रीय स्तर की हैसियत प्राप्त की है। अस्सी के दशक में बैंक के व्यापार का विविधिकरण देखने को मिलता है । जून 2006 में बैंक ने भारतीय बैंकिंग उद्योग में एक शताब्दी पूरी कर ली । बैंक की सक्रिय यात्रा में कई महत्वपूर्ण मील-पत्थर हैं। आज केनरा बैकं भारतीय बैंकिंग की बिरादरी में एक अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। केनरा बैंक की भारत भर में 500 शहरों में कई शाखाएँ हैं।
शीर्ष शहरों में से कुछ और संबंधित शाखाएं बैंगलोर में 207, मुंबई में 109, नई दिल्ली में 106, चेन्नई में 99, हैदराबाद में 60, कोलकाता में 55, आगरा में 51, ईरोड में 50, पुणे में 49, दक्षिण कन्नड़ में 48, कोयम्बटूर में 47, शिमोगा में 42, पलक्कड़ में 41, कोलार में 40, एनार्कुलम में 39, डिंडीगुल में 39, मदुरै में 38, जालंधर में 37, बैंगलोर रूरल में 37 और कोझीकोड में 36 है।
1800 425 0018 इस नंबर पर आप बैंक से रिलेटेड कोई भी सवाल पूछ सकते है। यह भारत के पुराने भारतीय बैंकों में से एक है। वर्तमान में केनरा बैंक की 3253 से ज्यादा शाखाएँ और 2216 एटीएम हैं, जो 3.87 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों के निरंतर बढ़ते आधार की सभी श्रेणियों की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। इसका मुख्य कार्यालय बंगलोर में स्थित है। बैंक की अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति, लंदन, हांगकांग, मास्को, शंघाई, दोहा, और दुबई जैसे केन्द्रों में है। व्यापार के संदर्भ में यह एक भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीयकृत बैंकों में से एक है, जिसका कुल कारोबार 20 खरब रुपयों का है।
01 जुलाई 1906
50 प्रति शेयर के 2000 शेयरों की पूंजी और 4 कर्मचारियों के साथ केनरा बैंक हिंदू परमानैन्ट फंड लिमिटेड औपचारिक रूप से पंजीकृत किया
1910
केनरा बैंक हिंदू परमानैन्ट फंड का केनरा बैंक लिमिटेड के रूप में नामकरण किया गया
1969
केनरा बैंक सहित देश के 14 बडे बैंकों का 19 जुलाई को राष्ट्रीयकरण किया गया
1976
1000 वीं शाखा का उद्घाटन किया गया।
1983
लंदन में समुद्रपारीय शाखा का उद्घाटन किया गया
केनकार्ड (बैंक का क्रेडिट कार्ड ) शुरू किया गया।
1984
लक्ष्मी कमर्शियल बैंक लिमिटेड के साथ विलयन
1985
इंडो हांगकांग इंटरनेशनल फाइनेन्स लिमिटेड की कमीशनिंग
1987
केनबैंक म्युचुअल फंड एवं केनफिन होम्स की शुरूआत
1989
केनबैंक वेन्चर कैपिटल फंड प्रारंभ किया गया
1989-90
केनबैंक फैक्टर्स लिमिटेड, फैक्टरिडग अनुषंगी की शुरूआत।
1992-93
अच्छी बैंकिंग के दिशानिदेर्शी सिद्धांतों से जुडने वाला और उन्हें अपनाने वाला प्रथम बैंक बना
1995-96
बंग्लुरू में अपनी एक शाखा के लिए आई एस ओ 2002 प्रमाणन प्राप्त करने वाला प्रथम बैंक बना
2001-02
विशेष तौर पर महिला ग्राहकें की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बेंगलूर में “महिला बैंकिंग शाखा” खोली गई जो अपनी तरह की पहली शाखा है।
2002-03
बैंक का प्रथम आई पी ओ
2003-04
इंटरनेट और मोबाईल बैंकिंग की शुरूआत
2004-05
100% शाखा कम्प्यूटरीकरण
2005-06
बैंकिंग सेवा के 100 वें वर्ष में प्रवेश
चुनिंदा शाखाओं में क कोर बैंकिंग समाधान की शुरूआत
राष्ट्रीयकृत बैंको में समग्र कारोबार की दृष्टि से सर्वप्रथम स्थान
2006-07
राष्ट्रीयकृत बैंको में समग्र कारोबार की दृष्टि से अपने सर्वप्रथम स्थान को बनाए रखा ।
बीमा और आस्ति प्रबंधन में दो संयुक्त उपक्रमों की आरंभ करने के लिए बडी अंतर्राष्ट्रीय कंपनी होल्डिंग और रोबेको ग्रूप एन.वी.) के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।
2007-08
नई ब्रैन्ड पहचान का आरंभ
बीमा व आस्ति प्रबंधन संयुक्त उपक्रमों का निगमन
आनलाइन ट्रेडिंग पोर्टल ” का आरंभ
कॉल सेंटर ” का आरंभ
2008-09
बैंक का कुल कारोबार 3 लाख करोड के पार
शांघाई में बैंक की तीसरी विदेशी शाखा का उद्घाटन ।
2009-10
बैंक का कुल कारोबार 4 लाख करोड के पार
बैंक का निवल लाभ
3000 करोड के पार
बैंक की शाखा नेटवर्क 3000 के पार
2010-11
बैंक का कुल कारोबार 5 लाख करोड के पार । बैंक का निवल लाभ 4000 करोड के पार। 100% कोर बैंकिंग समाधान से युक्त । लीसेस्टर में बैंक की चौथी विदेशी शाखा का तथा यू.ए.ई. के शारजाह में प्रतिनिधि कार्यालय का उद्घाटन । बैंक क्यू.आई.पी. के माध्यम से 1993 करोड प्राप्त की । क्यू.आई.पी के बाद सरकार का धारण कम होकर 67.72% हुआ।
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