Successor Of Reliance
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
एशिया के सबसे अमीर और दुनिया के 11वें सबसे अमीर बिजनेसमैन एवं Reliance Industries के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने हाल ही में उत्तराधिकार को लेकर पहली बार टिप्पणी की थी। यह टिप्पणी उन्होंने रिलायंस की नींव रखने वाले धीरूभाई अंबानी के जन्मदिन के मौके पर आयोजित समारोह में की थी।
इसके बाद से रिलांयस में उतराधिकारी को लेकर प्रक्रिया चल रही है। लेकिन रिलायंस ग्रुप जैसे 16 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के साम्राज्य लिए उतराधिकारी चुनना कोई आसान काम नहीं होगा।
दरअसल, रिलायंस की नींव रखने वाले धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद अनिल अंबानी और मुकेश अंबानी में बंटवारे को लेकर कुछ विवाद हुआ था। ऐसे में मुकेश अंबानी चाहते हैं कि अब ऐसा कुछ न हो। इसी को लेकर रिलायंस के उतराधिकारी को लेकर प्रेसैस चल रहा है।
कुछ दिन पहले मुकेश अंबानी ने कहा था कि युवा पीढ़ी अब लीडरशिप की भूमिका निभाने के लिए तैयार है। अब मैं उत्तराधिकार की प्रक्रिया को तेज करना चाहता हूं। हमें नई पीढ़ी का मार्गदर्शन करना चाहिए। उन्हें सक्षम बनाना चाहिए। उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए और बैठकर तालियां बजानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं हर दिन रिलायंस के लिए बच्चों के जुनून, कमिटमेंट और समर्पण को देख और महसूस कर सकता हूं। मैं उनमें वही आग और काबिलियत देखता हूं, जो मेरे पिता के पास लाखों लोगों के जीवन में बदलाव लाने और भारत के विकास में योगदान देने के लिए थी।
अभी Mukesh Ambani के तीन बच्चे, आकाश, ईशा और अनंत, आरआईएल के दूरसंचार, खुदरा और ऊर्जा व्यवसायों में शामिल हैं। जबकि कोई भी आरआईएल के बोर्ड में नहीं है, वे कंपनी में निदेशक हैं। उन्होंने कहा, मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि आकाश, ईशा और अनंत, अगली पीढ़ी के नेताओं के रूप में, रिलायंस को और भी अधिक ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। उनका बयान सूचीबद्ध कंपनियों में चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्ट पदों को विभाजित करने के लिए सेबी की अप्रैल 2022 की समय सीमा से पहले आया है।
Dhirubhai Ambani ने रखी थी रिलायंस की नींव
बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की नींव धीरूभाई अंबानी ने रखी थी। धीरूभाई का पूरा नाम धीरजलाल हीराचंद अंबानी हैं। उन्होंने जब बिजनेस की दुनिया में कदम रखा तो न उनके पास पुश्तैनी संपत्ति थी और न ही बैंक बैलेंस। धीरूभाई की 1955 में कोकिलाबेन से शादी हुई थी। उनके दो बेटे मुकेश और अनिल हैं एवं 2 बेटी दीप्ती और नीना हैं। 6 जुलाई 2002 को धीरूभाई के निधन के बाद उनकी संपत्ति के बंटवारे में उनकी पत्नी कोकिलाबेन ने मुख्य भूमिका अदा की थी।
कैसे हो सकता है रिलांयस में उतराधिकारी का प्रोसैस
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक अपनी संपत्ति के बंटवारे के लिए मुकेश अंबानी वॉलमार्ट इंक. के वॉल्टन परिवार जैसा तरीका अपना सकते हैं। अमेरिकी बिजनेसमैन सैम वॉल्टन का स्थापित वॉलमार्ट अब दुनिया के सबसे बड़ा रिटेलर है। उनका परिवार दुनिया के सबसे बड़े ग्रुप में से एक का मालिक है। सैम वॉल्टन ने 1992 में अपनी मृत्यु से लगभग 40 साल पहले से ही उत्तराधिकार योजना की तैयारी शुरू कर दी थी।
वॉल्टन परिवार ने 1988 में कंपनी के डे-टु-डे बिजनस को मैनेजरों के हाथ सौंप दिया था। वॉल्टन ने अपने कारोबार का 80% हिस्सा अपने चार बच्चों एलिस, रॉब, जिम और जॉन को दिया था। नए आंकड़ों के अनुसार, वॉल्टन परिवार के पास वॉलमार्ट का लगभग 47% हिस्सा है। इसी मॉडल के तहत अंबानी फैमिली होल्डिंग्स को ट्रस्ट-जैसे स्ट्रक्चर में शिफ्ट कर सकते हैं। ये ट्रस्ट रिलायंस इंडस्ट्रीज को पूरी तरह से कंट्रोल करेगा। नई कंपनी में पत्नी नीता अंबानी और उनके तीन बच्चों, जुड़वां आकाश (30) और ईशा (30), और अनंत (26) सहित परिवार के सभी सदस्य हो सकते हैं।
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