Sugar production
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
भारत में चीनी उत्पादन चालू विपणन वर्ष 2021-22 में 3 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। बताया गया है कि अभी 3 करोड़ 19 लाख के अनुमानित उत्पादन और मिलों के पास 83 लाख टन का शुरूआती स्टॉक है। इसी के साथ, चालू विपणन वर्ष में देश में चीनी की कुल उपलब्धता 4 करोड़ 2 लाख टन हो जाएगी। हालांकि यह पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ा कम है।
हालांकि इससे चीनी की आपूर्ति और निर्यात पर कोई असर नहीं पड़ने की संभावना जताई गई है क्योंकि कुल उपलब्धता 4 करोड़ टन के ऊपर जाएगी जो कि घरेलू जरूरत और निर्यात (Export) सौदों के साथ साथ जरूरी स्टॉक को बनाये रखने के लिये पर्याप्त है। यह जानकारी व्यापार संगठन अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ (AISTA) ने एक रिपोर्ट में दी है।
AISTA ने कहा कि मौजूदा 2021-22 विपणन वर्ष में आउटबाउंड शिपमेंट 60 लाख टन कम होने का अनुमान है, जबकि पिछले वर्ष 72 लाख टन था। 2021-22 में वास्तविक निर्यात, घरेलू चीनी की कीमतों के स्तर पर अंतरराष्ट्रीय चीनी की कीमतों पर निर्भर करेगा।
बता दें कि ब्राजील के बाद दुनिया में दूसरा सबसा बड़ा उत्पादक देश भारत है। देश का दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक राज्य, महाराष्ट्र है। यहां चीनी उत्पादन पहले के 1.07 करोड़ टन के मुकाबले 1.15 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि देश का तीसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक राज्य कर्नाटक में चीनी उत्पादन 48 लाख टन होने का अनुमान है जो पहले 47 लाख टन था।
एअसईएसटीए ने कहा कि विपणन वर्ष 2021-22 में घरेलू चीनी की खपत 2 प्रतिशत बढ़कर 2.7 करोड़ टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष 2.65 करोड़ टन था। संगठन ने कहा कि गन्ने की पेराई का काम जारी है। वह विपणन वर्ष 2021-22 के लिए फरवरी के अंत या मार्च की शुरूआत में अपना दूसरा उत्पादन अनुमान जारी करेगा।
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