Green Energy
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
भारत समेत एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने बुधवार को कहा है कि भारत अगले 20 साल में ग्रीन एनर्जी (Green Energy) में सुपर पावर बनेगा। इतना ही नहीं, भारत ग्रीन एनर्जी का निर्यात भी कर सकता है। मुकेश अंबानी पुणे इंटरनेशनल सेंटर पॉलिसी रिसर्च थिंक टैंक और विदेश मंत्रालय की ओर से आयोजित एशिया इकोनॉमिक डायलॉग 2022 को संबोधित कर रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने कहा कि जीडीपी के मामले में भारत 2030 तक जापान को पीछे छोड़ देगा। इसके साथ ही भारत एशिया की दूसरी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। कार्यक्रम में जब उनसे पूछा गया कि आने वाले समय में भारत और एशिया की क्या स्थिति रहने वाली है तो मुकेश अंबानी ने कहा कि एशिया ने पिछली 2 सदियों के दौरान बुरा समय देखा है। अब एशिया का समय आ चुका है और 21वीं सदी एशिया की होगी। ग्लोबल इकोनॉमी का सेंटर एशिया शिफ्ट हो चुका है।
चीन से कम शानदार नहीं भारत की स्टोरी
चीन की ग्रोथ स्टोरी जितनी शानदार है, भारत की स्टोरी उससे कम शानदार नहीं होने वाली है। उन्होंने कहा कि भारत को तीन चीजों पर काम करने की जरूरत है। सबसे पहले भारत 10 फीसदी से ज्यादा के ग्रोथ रेट के लिए एनर्जी आउटपुट बढ़ाना होगा। दूसरी ओर भारत को एनर्जी बास्केट में क्लीन एंड ग्रीन एनर्जी का शेयर बढ़ाना होगा। इसके अलावा अंतिम काम भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा।
दुनिया में क्लीन और ग्रीन एनर्जी का अग्रणी बनेगा भारत
अंबानी ने कहा कि अब भारत का समय है। भारत दुनिया में क्लीन और ग्रीन एनर्जी का अग्रणी बनेगा। अगले 20 साल में देश में टेक्नोलॉजी सेक्टर में सकारात्मक बदलाव होंगे। पिछले कुछ साल में रिन्युअल एनर्जी का इस्तेमाल बढ़ा है।
बजट में भी ग्रीन एनर्जी को लेकर बड़ी घोषणाएं हुई हैं। जानकारी के लिए बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने ग्रीन एनर्जी कारोबार को आकार देने के लिए सौर, बैटरी और हाइड्रोजन क्षेत्र में निवेश के लिए कई एक्टिविटी की हैं।
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