देश की सबसे बड़ी एकीकृत कंपनियों में से एक, टाटा पावर ने अपनी विकास गति को जारी रखते हुए लगातार 17वीं तिमाही में पीएटी में वृद्धि दर्ज की है।
जेनरेशन, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन और रिन्यूएबल्स जैसे मुख्य बिजनेस सेगमेंट में बेहतर प्रदर्शन से वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में कंपनी का पीएटी 1,076 करोड़ रुपयों तक बढ़ा जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1,052 करोड़ रुपये था। पिछले वित्त वर्ष के नौ महीनों में पीएटी 2871 करोड़ रुपये था जो इस वर्ष के नौ महीनों में 3235 करोड़ रुपयों तक बढ़ा है।
अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही के दौरान टाटा पावर का रेवेन्यू बढ़कर रु. 14,841 करोड़ हुआ जो पिछले वित्तीय वर्ष में 14,339 करोड़ रुपये था। तिमाही में ईबीआईटीडीए सालाना आधार पर 15% बढ़कर रु. 3,250 करोड़ हुआ।
वित्त वर्ष 2024 के नौ महीनों में कंपनी का रेवेन्यू बढ़कर रु. 45,286 करोड़ हुआ जो उक्त अवधि के लिए अब तक का उच्चतम स्तर है। इस अवधि में कंपनी का ईबीआईटीडीए 9,342 करोड़ रुपयों की रिकॉर्ड ऊंचाई पर है। वित्त वर्ष 2023 में 40% की तुलना में वित्त वर्ष 2024 के नौ महीनों में मुख्य व्यवसायों का योगदान 71% है।
मुख्य व्यवसाय क्षेत्र में मजबूत वृद्धि देश में हो रहे ऊर्जा परिवर्तन में कंपनी के योगदान को भी दर्शाती है। कंपनी विभिन्न तरीकों से काम कर रही है, जिसमें ~ 13,000 करोड़ रुपयों के निवेश के साथ 2.8 गीगावॉट पंप हाइड्रो स्टोरेज परियोजनाएं भी शामिल हैं। सभी वर्गों के उपभोक्ताओं को दृढ़ और 24×7 प्रेषण योग्य नवीकरणीय ऊर्जा प्रदान करना इस परियोजना का उद्देश्य है।
देश में सौर ऊर्जा को मुख्यधारा में अपनाने के अपने प्रयास में, टाटा पावर ने 3500 करोड़ रुपये से अधिक की कस्टमर फाइनेंसिंग की सुविधा प्रदान की है, जिससे 2,200 सी एंड आई ग्राहकों और हजारों आवासीय ग्राहकों को लाभ हुआ है।
टाटा पावर को तिमाही के दौरान टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (टीबीसीबी) प्रक्रिया के तहत अपना पहला प्रोजेक्ट मिला, और अब यह कंपनी एक हरित ऊर्जा ट्रांसमिशन कॉरिडोर विकसित कर रही है। टाटा पावर ने एक अंतरराज्यीय ट्रांसमिशन सिस्टम (आईएसटीएस) – बीकानेर III नीमराना II ट्रांसमिशन लिमिटेड विकसित करने के लिए बोली जीती जिसे 24 महीनों में विकसित किया जाएगा। 1,544 करोड़ रुपये की ट्रांसमिशन परियोजना राजस्थान में बीकानेर कॉम्प्लेक्स से 7.7 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा की निकासी को सक्षम करेगी।
कंपनी को उत्तर प्रदेश में एक और इंट्रास्टेट ट्रांसमिशन योजना मिली है जिसे प्रोजेक्ट एसपीवी “जलपुरा खुर्जा पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड” के तहत विकसित किया जाएगा।
टाटा पावर के सीईओ और प्रबंध निदेशक डॉ. प्रवीर सिन्हा ने कहा, “हमारे मुख्य व्यवसाय लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और इससे कंपनी को लगातार 17वीं तिमाही में पीएटी वृद्धि हासिल करने में मदद मिली है। हमारा लगातार प्रदर्शन परिचालन प्रदर्शन और परियोजना निष्पादन क्षमता में उत्कृष्टता के मजबूत बुनियादी सिद्धांतों को दर्शाता है। देश में बिजली की मांग में वृद्धि के साथ, टाटा पावर अपने अत्याधुनिक, अनुकूलित और लागत प्रभावी स्वच्छ और हरित ऊर्जा समाधानों के साथ विकास की गति को बढ़ाने के लिए अच्छी स्थिति में है।”
समेकित वित्तीय प्रदर्शन (करोड़ रुपयों में)
समेकित | वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही | वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही | सालाना आधार पर वृद्धि % | वित्त वर्ष 24 के नौ महीनों में | वित्त वर्ष 23 के नौ महीनों में | सालाना आधार पर वृद्धि % |
रेवेन्यू | 14,841 | 14,339 | 3 % | 45,286 | 43,278 | 5 % |
ईबीआईटीडीए | 3,250 | 2,818 | 15 % | 9,342 | 6,968 | 34 % |
दर्ज किया गया पीएटी | 1,076 | 1,052 | 2 % | 3,235 | 2,871 | 13 % |
31 दिसंबर 2023 तक, नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में कंपनी की परिचालन क्षमता 4270 मेगावाट थी, कंपनी 6,031 एमयू हरित ऊर्जा का उत्पादन कर रही थी। टीपीआरईएल के तहत 4752 मेगावाट की अन्य परियोजनाएं और टीपीएसएसएल के तहत 4120 मेगावाट की परियोजनाएं क्रियान्वयन में हैं, इस प्रकार अगले 12-24 महीनों में कुल स्वच्छ ऊर्जा क्षमता 10,000 मेगावाट से अधिक हो जाएगी। कंपनी हरित ऊर्जा में परिवर्तन के विकास पथ पर है और 2030 तक गैर-जीवाश्म-आधारित ईंधन से लगभग 70% क्षमता का लक्ष्य रखती है।
मुख्य विशेषताएं:
नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से हरित ऊर्जा परिवर्तन को बढ़ावा:
- कंपनी का स्वच्छ ऊर्जा पोर्टफोलियो अब ~5,600 मेगावाट पर पहुंच गया है, जो इसकी कुल क्षमता का 39% है, जबकि 4,752 मेगावाट की अन्य योजनाएं बनाई जा रही हैं, जिससे अगले 12-24 महीनों में स्वच्छ ऊर्जा पोर्टफोलियो 10,000 मेगावाट से अधिक हो जाएगा।
- टीपीआरईएल को वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में 2,849 करोड़ रुपये के 612MW यूटिलिटी स्केल सोलर ईपीसी ऑर्डर मिले, जो किसी तिमाही में अब तक के सबसे बड़े ऑर्डर हैं।
- टाटा पावर का सोलर रूफटॉप पोर्टफोलियो (समूह कैप्टिव सहित) 2,000 मेगावाट से अधिक है, जिससे लगातार नौवें वर्ष इस क्षेत्र में उच्चतम बाजार हिस्सेदारी को बरकरार रखा गया है।
- पश्चिम बंगाल में एशिया के सबसे बड़े चाय बागान, चेंगमारी में 1,040 किलोवाट की अग्रणी बाइफेशियल सौर प्रणाली परियोजना शुरू की गई।
- टीपीआरईएल को एसजेवीएन लिमिटेड से अपना पहला फर्म एंड डिस्पैचेबल रिन्यूएबल एनर्जी (एफडीआरई) प्रोजेक्ट मिला। 1,316.5 मेगावाट की इस आरटीसी परियोजना में 460 मेगावाट सौर, 799 मेगावाट पवन और 57.5 मेगावाट बैटरी स्टोरेज है और इससे चौबीसों घंटे बिजली की आपूर्ति की जाएगी।
- टाटा पावर सोलर सिस्टम्स लिमिटेड (टीपीएसएसएल) ने राजस्थान में अपने नोख सोलर पार्क के लिए 152 मेगावाटपी डीसीआर सौर पीवी मॉड्यूल की आपूर्ति के लिए एनटीपीसी के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए हैं।
- टीपीआरईएल ने केरल राज्य विद्युत बोर्ड के लिए 110 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना; जीयूवीएनएल के लिए 25 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना और एमएसईडीसीएल के लिए 91.8 मेगावाट की हाइब्रिड पवन ऊर्जा परियोजना शुरू की।
- टीपीएसएसएल ने देश में सौर ऊर्जा को मुख्यधारा में लाने में मदद करने वाली सौर परियोजनाओं के लिए 3,500 करोड़ रुपये से अधिक की कस्टमर फाइनेंसिंग की सुविधा प्रदान करने का पड़ाव पार कर लिया है; अब तक 2,200 से अधिक C&I ग्राहकों को अनुकूलित फाइनेंसिंग समाधानों से सहायता मिली है; 20 से अधिक सक्रिय फाइनेंसिंग साझेदारों के व्यापक नेटवर्क में एसबीआई, सिडबी, यूबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, टाटा कैपिटल शामिल हैं।
ई–मोबिलिटी को सशक्त बनाना
- टाटा पावर ने अपने कई रिटेल आउटलेट्स पर 500+ फ़ास्ट और अल्ट्रा-फास्ट ईवी चार्जिंग पॉइंट स्थापित करने के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के साथ गठजोड़ किया है।
- टीपीआरईएल ने वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में 412 सार्वजनिक ईवी चार्जिंग पॉइंट्स को सक्रिय किया, जिससे 480 शहरों में कुल 5,300+ सार्वजनिक/अर्धसार्वजनिक चार्जर्स हुए हैं। इसके अलावा, कंपनी ने वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में 226 बस चार्जर और 11,400+ होम चार्जर जोड़े, जिससे बस चार्जर की कुल संख्या 690 और होम चार्जर की संख्या 73,000 से अधिक हो गई।
ट्रांसमिशन एवं डिस्ट्रीब्यूशन
- टाटा पावर ने राजस्थान में बीकानेर कॉम्प्लेक्स से 7.7 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा निकालने के लिए बीकानेर-III नीमराना-II ट्रांसमिशन लिमिटेड का अधिग्रहण किया।
- मुंबई, दिल्ली और ओडिशा में अपने डिस्कॉम में ~9 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का महत्वपूर्ण पड़ाव पार किया है।
सस्टेनेबिलिटी और सीएसआर
- पश्चिमी घाट में जैव विविधता को बढ़ावा देने के लिए, टाटा पावर ने ‘प्रोजेक्ट घनवन’ यह दूरदर्शी वृक्षारोपण कार्यक्रम शुरू करने के लिए आईसीआईसीआई फाउंडेशन के साथ हाथ मिलाया; अगले तीन वर्षों में, दोनों संगठन 2.5 लाख स्वदेशी पेड़ लगाएंगे।
- दिसंबर में, टाटा पावर ने ओडिशा सरकार के साथ हाथ मिलाया और राज्य के 20 आईटीआई में कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय युवाओं को उद्योग के लिए तैयार करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
- राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाने के लिए, युवा नेताओं को जलवायु चैंपियन के रूप में तैयार करने के उद्देश्य से टाटा पावर ने दिल्ली में ऊर्जा मेला 2023 का आयोजन किया जिसमें 15 राज्यों के 700 छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया।