इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
Tokenization System: आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक साल 2022 से दो जरूरी बदलाव करने जा रहा है। आपको ऑनलाइन खरीदारी या भुगतान करते समय हर बार क्रेडिट या डेबिट कार्ड का पूरा ब्योरा दर्ज करना होगा। ई-कॉमर्स वेबसाइट अब पहले से इनकी जानकारी सुरक्षित नहीं रख पाएंगी। दूसरा यह है कि अब आप टोकन नंबर ले सकेंगे जिससे आपको बार-बार कार्ड का ब्योरा दर्ज करवाने की जरूरत नही पड़ेगी। टोकनाइजेशन की यह सुविधा 30 जून के बाद लागू की जाएगी।
आइए जानते हैं क्या है टोकनाइजेशन सिस्टम (Tokenization System)
आज के सिस्टम में ऑनलाइन खरीदारी करते समय ई-कॉमर्स साइट आपके कार्ड की जानकारी सुरक्षित रख लेती हैं। भुगतान करते समय आपको केवल सीवीवी नंबर और एक्सपायरी डेट दर्ज करनी होती है। इसके चलते डाटा चोरी होने पर साइबर धोखाधड़ी का खतरा हमेशा बना रहता है। परंतु अब आपको हर बार ब्योरा दर्ज करवाने की जरूरत नही पडेगी।
आपके कार्ड की जानकारी को यूनिक वैकल्पिक कोड में बदल दिया जाएगा। इस कोड की मदद से भुगतान संभव हो सकेगा। इस प्रक्रिया में भी आपको अपने कार्ड के सीवीवी नंबर और वन टाइम पासवर्ड की जरूरत पड़ेगी। इसके अलावा अतिरिक्त सत्यापन के लिए भी सहमति देनी होगी।
डिजिटल भुगतान का प्रोसेस (Tokenization System)
यदि आपको डिजिटल भुगतान करना है तो सबसे पहले आपको टोकन नंबर चुनना होगा। इस प्रक्रिया के बाद आपके कार्ड की जानकारी को टोकन नंबर में परिवर्तित कर दिया जाएगा। आपकी सहमति लेकर अनुरोध भेजा जाएगा। इसके बाद आपको कार्ड नंबर की बजाय टोकन नंबर दिया जाएगा। इसकी मदद से भुगतान कर पाएंगे। खास बात यह है कि अलग-अलग वेबसाइट के लिए एक ही कार्ड के लिए अलग-अलग टोकन नंबर जारी किए जाएगा।
कार्ड की जानकारी रहेगी सुरक्षित (Tokenization System)
ऑनलाइन खरीदारी करते समय ई-कॉमर्स वेबसाइट बिना आपकी सहमति के कार्ड की जानकारी को सुरक्षित रख लेती हैं। कई साइटों पर तो इन्हें हटाने का विकल्प भी नहीं होता। ऐसे में डाटा चोरी होने का खतरा बढ़ जाता था। नई व्यवस्था में कार्ड का विवरण इनक्रिप्टेड ढंग से सुरक्षित किया जाएगा, जिससे डाटा चोरी होने का खतरा कम हो जाएगा।
कार्ड टोकनाइजेशन इन उपकरणों में होगा उपयोग (Tokenization System)
जो व्यक्ति केवल मोबाइल फोन या टैबलेट कंप्यूटर के माध्यम से लेनदेन के लिए अपने कार्ड को टोकन कर सकते हैं। ऑनलाइन खरीददारी व भुगतान का समर्थन करने वाली स्मार्ट घड़ियों या अन्य स्मार्ट उपकरणों को अभी तक कार्ड टोकन के दायरे में शामिल नहीं किया गया है।
Tokenization System
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