इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
UPI got excellent response: आज के दौर में लोग डिजिटस ट्रांजैक्शन का प्रयोग करना ज़्यादा पसंद करते है और डिजिटस ट्रांजैक्शन के लिए ज़्यादातर लोग UPI का सहारा ले रहे है। जिससे UPI के ऑटो पेमेंट मैंडेट यानी ई-मैंडेट में का काफी बढ़ोतरी हो रही है। आपको बता दें कि Reserve Bank of India ने पिछले साल ऑटो पेमेंट से जुड़ें कुछ नए नियमों को जारी किया था। जिसके कारण ही UPI को शानदार फायदा हो रहा है।
दिसंबर 2021 के आंकड़ों की बात करें तो UPI ऑटोपे फीचर से e-mandates की संख्या 60 लाख तक पहुंच गई है। नवंबर में यह आंकड़ा 45.5 लाख और अक्टूबर में 40.3 लाख था। इन मामलो में जो बैंक सबसे आगे हैं, वो है State Bank of India, HDFC Bank और Bank of Baroda
e-mandates की संख्या में हुई बढ़ोतरी (UPI got excellent response)
आपको UPI की सर्विस में बिल से लेकर EMI पेमेंट के लिए recurring e-mandate तक सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती है। बता दें मैंडेट उन पेमेंट के मामले में किया जाता है जो रिकरिंग नेचर के होते हैं, जैसे कि हर महीने आपकी कोई EMI जानी है या फिर कोई इन्वेस्टमेंट। UPI के जरिए कस्टमर्स को केवल 5,000 रुपए तक की रकम के रिकरिंग ई-मैंडेट करने की सुविधा मिलती है।
RBI ने रिकरिंग auto payments पर लगाए अंकुश
दरअसल RBI ने Credit Card एवं अन्य ऑटो पेमेंट के तरीकों पर कुछ अंकुश लगाए है। ग्राहकों को अब पैसे कटने से पहले परमीशन की आवश्यकता होगी। यही वजह है कि UPI ऑटो पेमेंट में लोगो की दिलचस्पी इतनी अधिक बढ़ रही है। और ये रिचार्ज और चैरिटी जैसे कामों के लिए भी लोकप्रिय माने जाते हैं। यदि मुनाफे की बात की जाये तो नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार, जियो सावन, गाना जैसी बड़ी म्यूजिक कंपनियों और ओटीटी प्लेयर्स को मिल रहा है।
UPI got excellent response
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