Vedanta Semiconductor Plant
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
आने वाले 2 में वेदांता फॉक्सकॉन के साथ साझेदारी में एक सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्र स्थापित करेगी। यह जानकारी वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल (Vedanta Chairman Anil Agarwal) ने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए दी है। उन्होंने बताया कि भारत में सेमीकंडक्टर के विनिर्माण के लिए एक संयुक्त उद्यम (जेवी) बनाने के लिए इस भारतीय समूह ने पहले ही इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण की दिग्गज कंपनी फॉक्सकॉन के साथ समझौता किया था।
(Vedanta Semiconductor Plant) अग्रवाल ने फॉक्सकॉन के साथ समझौते पर हस्ताक्षर को बहुत बड़ा काम करार दिया और कहा कि सेमीकंडक्टर उद्योग देश में आटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे अन्य क्षेत्रों को बढ़ावा देगा। उन्होंने बताया कि लगभग 60,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ एक डिस्प्ले यूनिट स्थापित करने की अपनी पूर्व योजना को शुरू नहीं कर पाने के बाद वेदांता का सेमीकंडक्टर क्षेत्र में प्रवेश का यह दूसरा प्रयास किया है।
बताते चलें कि दोनों कंपनियों के बीच पहले हुए समझौता ज्ञापन के अनुसार, वेदांता के पास संयुक्त उद्यम में बहुलांश हिस्सेदारी होगी, जबकि फॉक्सकॉन अल्पांश शेयरधारक होगी। वेदांता के चेयरमैन इस संयुक्त उद्यम के प्रमुख होंगे। कंपनी ने पहले कहा था कि संयंत्र के स्थान को अंतिम रूप देने के लिए कुछ राज्य सरकारों के साथ बातचीत चल रही है।
कंपनी ने कहा कि नीति की घोषणा के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र में यह पहला संयुक्त उद्यम होगा।
सेमीकंडक्टर चिप की कमी से आटोमोबाइल सेक्टर हुआ प्रभावित
बता दें कि सेमीकंडक्टर चिप की कमी के कारण पिछले काफी समय से आॅटोमोबाइल सेक्टर काफी प्रभावित हुआ है। इस कारण सरकार ने देश में इलेक्ट्रॉनिक चिप और डिस्प्ले पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए 76,000 करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद वेदांता ने सेमीकंडक्टर विनिर्माण में निवेश करने की अपनी योजना का खुलासा किया था।
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