गुरूग्राम/नोएडा- प्रॉपर्टी में निवेश करने वालों के लिए दिल्ली एनसीआर के दो मुख्य शहर गुरूग्राम और नोएडा सोने की खान के समान है। यह निर्धारित करना कि घर खरीदारों के लिए कौन सी जगह बेहतर है। वर्तमान बाजार के रुझान, बुनियादी ढांचे के विकास, कमर्शियल हब सेंटर से निकटता और भविष्य की विकास संभावनाओं जैसे विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है। फिलहाल, नोएडा और गुरुग्राम दोनों दिल्ली-एनसीआर के महत्वपूर्ण रियल एस्टेट बाजार हैं, जो अलग-अलग फायदे प्रदान करते हैं। गुरूग्राम और नोएडा के रियल एस्टेट बाजार डेवलपर्स, इन्वेटर्स और एंड-यूजर्स के बीच समान रूप से पसंदीदा बन गए हैं।
नोएडा या गुरूग्राम कौन सी जगह निवेश के लिए बेहतर है ये कभी न खत्म होने वाली बहस समय के साथ बढ़ती जा रही है। इसलिए हम आपको कुछ फैक्टर्स के बारे में बताएंगे जो आपको दोनों के बीच तुलना करने में मदद करेगा कि आपकी जरूरतों के हिसाब से निवेश के लिए कौन सा बेहतर विकल्प है।
नोएडा VS गुरूग्राम कौन है बेस्ट
नोएडा और गुरुग्राम दोनों के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं। आइए कुछ बिन्दुओं के अनुसार दोनों शहरों के बीच तुलना करते है।
मेट्रो कनेक्टिविटी
अंकुश कौल, चीफ बिजनेस ऑफिसर,एंबिएंस ग्रुप के अनुसार* मेट्रो कनेक्टिविटी के मामले में नोएडा गुरूग्राम से आगे है। नोएडा मेट्रो की सेवा दिल्ली मेट्रो के बाद एनसीआर में दूसरा मेट्रो सिस्टम है। नोएडा मेट्रो की एक्वा लाइन का विस्तार नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सभी एरियाज को एनसीआर की पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम से जोड़ेगा, जिससे रहने योग्यता एमेनिटीस में इजाफा होगा। वहीं दूसरी ओर गुरूग्राम में मेट्रो कनेक्टिविटी नोएडा के तुलना में अभी ज्यादा बेहतर नहीं है हालांकि अब धीर-धीरे गुरूग्राम में भी मेट्रो का जाल बिछाया जा रहा है। ओल्ड गुरूग्राम में हाल ही में नए मेट्रो परियोजना का विस्तार किया गया है। जो लोगों की राहें आसान बनाएगा।
एयरपोर्ट कनेक्टिविटी
इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास होना गुरूग्राम के लिए हमेशा से फायदेमंद साबित हुआ है। बार-बार आने वाले ट्रैवलर्स, विशेषकर जो गुरूग्राम में मल्टी-नेशनल कंपनियों में काम करते हैं, वे यहाँ रहना पसंद करते हैं। हालांकि इसमें कोई शक नहीं है कि इस संबंध में नोएडा का नुकसान है। हालांकि, जेवर में बनने वाले इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने नोएडा को नया जीवन दिया है।
रोजगार के अवसर
ग्रुप 108 के मैनेजिंग डायरेक्टर संचित भूटानी ने बताया कि पिछले कुछ सालों में कई मल्टीनेशनल कंपनियों की उपस्थिति के चलते गुरुग्राम रियल एस्टेट के लिए बेहतर मार्केट रहा है। हालांकि अब बेहतर बुनियादी सुविधाओं और सरकार की बेहतर पॉलिसीज के चलते मल्टीनेशनल कंपनियों ने अपने कारपोरेट ऑफिस खोलने के लिए नोएडा और ग्रेटर नोएडा का रुख किया है। परिणामस्वरूप, रोजगार के अवसर बढ़े हैं, जिससे वाणिज्यिक और आवासीय रियल एस्टेट दोनों बाजारों में विस्तार हुआ है। इससे संपत्तियों के दामों में खासी बढ़ोतरी हुई है। जिसका सीधा लाभ निवेशकों को मिल रहा है।
हेल्थ केयर
गुरूग्राम और नोएडा दोनों में अच्छे हेल्थ केयर इंफ्रास्ट्रक्चर हैं, जिनमें प्रमुख हॉस्पिटल्स शामिल हैं। हालांकि, नोएडा को हेल्थ केयर इंडस्ट्री द्वारा पसंद किया जाता हैं क्योंकि इसकी बेहतर कनेक्टिविटी है और यह अपेक्षाकृत सस्ती है।
एजुकेशन
गुरूग्राम में कई बेहतर औऱ बड़े स्कूल है। इसमें हायर एजुकेशन के लिए कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की कमी है। वहीं, नोएडा में कई एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स हैं। इसके अलावा वोकेशनल ट्रेनिंग के मामले में नोएडा बहुत बेहतर है।
इंटरनल रोड
इंटरनल सड़कों के मामले में नोएडा काफी बेहतर तरीके से प्लान किया गया है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा दोनों को स्पष्ट रूप से सीमांकित सेक्टर रोड्स और बाय लेंस के साथ ग्रीन बेल्ट के साथ व्यवस्थित रूप से डेवलप्ड किया गया है। वहीं दूसरी तरफ गुड़गांव में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत बाद में आया है और कई एरियाज में अभी भी प्रॉपर रोड का अभाव है।
आउटर रोड कनेक्टिवटी
नेशनल हाईवे 8 एक छोर पर गुरूग्राम को दिल्ली से और दूसरे छोर पर जयपुर से जोड़ता हैं। द्वारका एक्सप्रेसवे, आठ लेन एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स गुरूग्राम, दिल्ली और आसपास के इलाकों में रियल एस्टेट को भी प्रभावित करेगा। जैसे ही द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, गुरूग्राम के रियल एस्टेट मार्केट में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। नोएडा एक्सप्रेसवे दिल्ली और गाजियाबाद से जुड़ा हुआ है। यमुना एक्सप्रेसवे इसे आगरा, मथुरा और उससे आगे तक जोड़ता हैं। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे भी प्रमुख मार्ग है। यह गाजियाबाद और नोएडा से कई ऑफिस कॉम्पलेक्सेस और सेक्टरों में आईटी सेज की यात्रा करने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी लिंक के रूप में कार्य करता हैं।यमुना एक्सप्रेसवे के साथ आने वाले जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट और फिल्म सिटी तक सीमलेस एक्सेस प्रदान करेगा।
क्या कहते है एक्सपर्ट?
एस्कॉन इन्फ्रा रियलटर्स के एमडी नीरज शर्मा का कहना है कि नोएडा में हाल के वर्षों में योजनाबद्ध शहरीकरण और बेहतर कनेक्टिविटी के साथ बुनियादी ढांचागत विकास देखने को मिला है। यह गुरुग्राम की तुलना में अपेक्षाकृत सस्ती प्रॉपर्टी रेट प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त नोएडा में आईटी और विनिर्माण उद्योगों की मजबूत उपस्थिति है, जो प्रॉपर्टी कीमतों में दीर्घकालिक सराहना में योगदान कर सकती है। दूसरी ओर, एनसीआर में स्थित गुरुग्राम को बड़ी संख्या में बहुराष्ट्रीय कंपनियों और आईटी पार्कों के साथ एक कॉर्पोरेट केंद्र के रूप में जाना जाता है। हालाँकि, प्रीमियम स्थान और दिल्ली से निकटता के कारण गुरुग्राम में संपत्ति की कीमतें नोएडा की तुलना में अधिक हैं।
एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा के मुताबिक नोएडा में घर खरीदारों की रुचि में बढ़ोतरी देखी जा रही है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा उन शहरों में से हैं, जहां घर खरीदारों की दिलचस्पी बढ़ी है। बेहतर कनेक्टिविटी,जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट,फिल्म सिटी,नए-नए एक्सप्रेस वे नोएडा के विकास को बढ़ा रहा है,जिससे यहां प्रॉप्रटी में निवेश करने वालों की दिलचस्पी पिछले कुछ सालों से काफी बढ़ी है।वहीं, गुरूग्राम वर्षों से एनसीआर में सबसे अधिक मांग वाले रेजिडेंशियल डेस्टिनेशंस में से एक रहा है, जो निवेशकों और एंड-यूजर्स को आकर्षित करता रहा हैं। रियल एस्टेट डेवलपर्स को भरोसा है कि NPR प्रॉपर्टी की कीमतों में काफी वृद्धि करेगा और आसपास के एरियाज में रियल एस्टेट की संभावनाओं को बढ़ाएगा।
दोनों शहरों में सस्ती जगह कहाँ
गुरुग्राम में ज्यादातर सेक्टर डेवलप हो चुके हैं और दिल्लीं से नजदीक होने की वजह से यहाँ प्रॉपर्टी की कीमतें नोएडा कि तुलना में ज्यादा है। गुरुग्राम में कॉमर्शियल प्रॉपर्टी ज्यादा हैं और उनके रेट भी बढ़ रहे हैं, जबकि नोएडा में रेजीडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमतें गुरुग्राम के मुकाबले कम हैं, साथ ही यहां कॉस्ट ऑफ लिविंग भी कम रहती है,जिससे यहां मकान खरीदना और रहना दोनों ही गुरुग्राम के मुकाबले ज्याटदा अफोर्डेबल पड़ता है।
भविष्य में कहां ज्यादा बेहतर अवसर
भविष्य की बात करें तो गुरुग्राम को पार करते हुए दिल्ली्-मुंबई एक्सप्रेसवे निकल रहा है, जिससे इसके किनारे प्रॉपर्टी की कीमतों में उछाल आने की संभावना है. वहीं, नोएडा में जेवर एयरपोर्ट बहुत जल्द शुरू होने वाला है। यमुना अथॉरिटी भी क्षेत्र में अपनी कई टाउनशिप डेवलप कर रही है, इससे आने वाले समय में इस क्षेत्र में विकास की संभावनाएं ज्यांदा दिख रही हैं।
प्रॉपर्टी कि कीमतें कहां जल्दी बढ़ेगी
अगर आप अपनी प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ाने और उसे मुनाफे में बेचने की योजना के साथ जमीन खरीद रहे हैं तो इस मामले में गुरुग्राम बेहतर ऑप्शन होगा, गुरुग्राम में टाउनशिप की प्लानिंग बेहतर है और उसका इन्फ्रा भी काफी मजबूत है. यहां ऑफिस की डिमांड भी काफी तेजी से बढ़ रही है, जिसकी वजह से यहां कि प्रॉपर्टी की कीमतों में काफी तेजी से बूम आएगा। नोएडा को अभी थोड़ा इंतजार करना होगा, क्योंकि यहां प्रॉपर्टी की कीमतें गुरुग्राम के मुकाबले कम बढ़ रही हैं।