इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Cryptocurrency: बुधवार को संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त हो गया है। केंद्र सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि सरकार इस सत्र में क्रिप्टोकरेंसी पर संसद में बिल लाने जा रही है, लेकिन सत्र समाप्त होने तक सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर बिल नहीं लाई है। हालांकि सरकार के इस कदम से निवेशकों में मन एक डर बना रहा और अब जो क्रिप्टोकरेंसी को लेकर आंकड़े सामने आए हैं वह बहुत चौकानें वाले हैं। मिली एक जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने वाले बिल से निवेशकों ने पिछले एक हफ्तें में इस करेंसी को बेचकर 1000 करोड़ से ज्यादा रकम निकाल ली है।
वर्चुअल करेंसी ने लोगों का उठा भरोसा Cryptocurrency
मौदूजा समय लोगों के बीच क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुविधा उत्पन्न हुई है। उससे निवेशकों का इस वर्चुअल मुद्रा से लोगों का भरोसा उठने लगा है। पिछले एक हफ्ते यानी 11 से लेकर 17 दिसंबर तक इस मुद्रा से 14.2 करोड़ डॉलर (1,073.7 करोड़ रुपये) निवेशकों ने निकासी की है। जानकारी के मुताबिक पिछले कई महीनों से बाद पहली बार निवेशक ने क्रिप्टोंकरेंसी से निकासी की है। इससे पहले इसी साल जून में निकासी हुई ही। तब 9.7 करोड़ डॉलर निकाले गए थे।
वैश्विक स्तर पर दिखी गिरावट Cryptocurrency
पिछले एक हफ्ते में क्रिप्टोकरेंसी पर काफी गिरावट दर्ज हुई है। यह गिरावट अकेले भारत में ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर दिखाई दी है। इसके अलावा वैश्विक वित्तीय बाजारों में बढ़ते जोखिम के बीच बिटक्वाइन पिछले महीने 69 हजार डॉलर के उच्च स्तर से गिरकर अब 46 हजार डॉलर के निचले स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, भारत में क्रिप्टो के निवेश की संख्या 10 करोड़ है। ऐसे सरकार अगर कोई भी कदम उठाती तो निवेशकों के पास केवल बिक्री का ही एकमात्र उपाय बचता है।
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