WPI Inflation
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
महंगाई तो इस बार आम आदमी का पीछा छोड़ने को तैयार नहीं है। एक ओर मैगी, दूध, चाय और काफी के दामों में बढ़ोतरी हुई है, वहीं देश में थोक महंगाई दर भी फरवरी महीने में बढ़ गई है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी में थोक महंगाई दर बढ़कर 13.11 फीसदी के स्तर पर आ गई है। जबकि जनवरी में थोक महंगाई 12.96 फीसदी पर थी। दिसंबर में यह 13.56 रही। यह अप्रैल 2021 के बाद लगातार 11 वां महीना है जब थोक मंहगाई दर 10 फीसदी से ऊपर बनी हुई है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान विनिर्मित वस्तुओं की मुद्रास्फीति फरवरी में 9.84 प्रतिशत रही, जो जनवरी में 9.42 प्रतिशत थी। प्याज में माइनस 26.37 फीसदी की तेजी दर्ज की गई, जो जनवरी में माइनस 15.98 फीसदी थी। वहीं आलू में 14.78 फीसदी की तेजी रही, जो जनवरी में माइनस 14.45 फीसदी थी।
रूस और यूक्रेन युद्ध का पड़ा असर
सरकार ने एक बयान जारी कर कहा है कि खनिज तेल (Mineral Oil), जिंसों (Commodities), केमिकल्स और केमिकल उत्पाद, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, खाद्य वस्तुओं और गैर खाद्य वस्तुओं के दामों में वृद्धि होने से फरवरी में महंगाई बढ़ी है। रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण कच्चे पेट्रोलियम की मुद्रास्फीति फरवरी के दौरान बढ़कर 55.17 प्रतिशत हो गई, जो उससे पिछले महीने 39.41 प्रतिशत थी।
खाद्य वस्तुओं के दामों में गिरावट (WPI Inflation)
वहीं फरवरी में खाद्य वस्तुओं के दामों में महंगाई पिछले महीने जनवरी के मुकाबले 10.33 फीसदी से गिरकर 8.19 फीसदी पर आ गई है। सब्जियों के दाम में महंगाई पिछले महीने के मुकाबले 38.45 फीसदी से गिरकर 26.93 फीसदी रह गई है। जो दिसंबर में 31.56 फीसदी थी।
बता दें कि रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने पिछले महीने अपनी प्रमुख रेपो दर को बिना बदले जारी रखा था। विकास को समर्थन देने के साथ-साथ मुद्रास्फीति के दबावों का प्रबंधन करने के लिए लगातार 10वीं बार 4 प्रतिशत पर रेपो दर को अपरिवर्तित रखा गया था।
Also Read : आज फिर पेटीएम के शेयर ने लगाया गोता, आल टाइम लो पर आया, जानिए क्या है विशेषज्ञों की राय
Also Read : FPI Withdrawals : विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने लगातार छठे महीने भारतीय शेयर बाजार में की बिकवाली